केरल: कोरोना के डर से महिला को नहीं मिला इलाज, जुड़वा बच्चों की हुई मौत
केरल से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने आरोप लगाया है कि कोरोना के डर से अस्पतालों ने कथित तौर पर उसका इलाज नहीं किया जिससे उसके दो बच्चों की मौत हो गई। केरल में हुई इस लापरवाही के कारण लोगों के अंदर रोष है।
घटना केरल के मलप्पुरम की है जहां पीड़ित महिला शहला को जब लेवर पेन हुआ तो उसे ईमसी हॉस्पिटल एडवन्ना ले जाया गया। हॉस्पिटल जाने पर वहां के स्टाफ ने इलाज देने से मना कर दिया और कहा कि पहले महिला का आरटीपीसीआर टेस्ट कराए। जिसके बाद दर्द तेज होने पर महिला को मंजेरी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। लेकिन इस हॉस्पिटल ने भी अपने आप को कोविड के लिए समर्पित अस्पताल बता कर भर्ती करने से इंकार कर दिया। बता दे सिंतबर के शुरूआती दिनों में शहला कोरोना संक्रमित हुई थी। उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
शहला के पिता का कहना है कि अगले दिन सुबह शहला को कोझीकोड के अस्पताल में भेजने की बात कही गई। वहां भी यही हाल हुआ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ नहीं होने का हवाला देकर मरीज को भर्ती नहीं किया, लिहाजा महिला को कोझीकोड मेडिकल कॉलेज ले गए। इन सभी परिस्थितयों से जूझने के बाद परिवार गर्भवती महिला को केएमसीटी हॉस्पिटल, मुक्कम ले गया। यहां महिला को भर्ती कर लिया गया। हालांकि स्कैन करने के बाद इस अस्पताल ने भी महिला को कोझीकोड मेडिकल हॉस्पिटल ले जाने को बोला गया वही महिला का ऑपरेशन किया गया जिसमें उसके जुड़वा बच्चे मृत पाए गए।
इस घटना के प्रकाश में आने के बाद प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को जांच कर फौरन रिपोर्ट तलब करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस घटना को दर्दनाक बताते हुए आरोपी अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।को