सागर धनखड़ हत्याकांड में मुख्य आरोपी पहलवान सुशील कुमार गिरफ्तार, 18 दिन से था फरार
जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में मुख्य आरोपी सुशील कुमार पिछले 18 दिन से थे फरार, पुलिस ने रखा था 1 लाख का इनाम
जनज्वार। जूनियर पहलवान सागर हत्याकांड में मुख्य आरोपी गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान सुशील पिछले 18 दिन से फरार चल रहा था, जिसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक 1 लाख के इनामी सुशील कुमार के साथ एक साथी को भी गिरफ्तार किया गया है।
स्पेशल सीपी-स्पेशल सेल नीरज ठाकुर ने पहलवान सुशील कुमार और उसके साथी अजय कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि इन दोनों आरोपियों को मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में चार मई को सागर धनखड़ नाम के एक जूनियर पहलवान की हत्या हुयी थी, जिसके बाद से पहलवान सुशील कुमार लापता था। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने छानबीन के बाद बताया कि छत्रसाल स्टेडियम में फायरिंग हुई थी, जिसके बाद जब जांच की गई तब यह पता चला कि यहां पर कुछ पहलवानों के बीच झगड़ा हुआ था। इसमें घायल पहलवानों को अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था। यहां पर एक पहलवान सागर धनखड़ की हत्या भी हुयी थी, जिसमें ओलंपियन सुशील का नाम सामने आया। कहा जा रहा था कि पुलिस की पकड़ से बचने के लिए पहलवान सुशील लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। उसे पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम लगी हुई थी।
दिल्ली पुलिस ने शनिवार 15 मई को सुशील पहलवान सहित 9 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। पुलिस के अधिकारियों ने बताया था किअजय सुशील की गाड़ी चलाने सहित छत्रसाल स्टेडियम में एडहॉक पीटीआई भी है। जांच में सामने आया है कि पहलवान सागर धनखड़ की हत्या में सुशील के अलावा अजय ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
पीड़ितों के बयान में इन दोनों का नाम साफ तौर पर सामने आया है। पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया था पहलवान सुशील की गैंगस्टर लारेंस विश्नोई व काला जठेड़ी से सांठगांठ व नजदीकी भी सामने आई है। पहलवान सुशील इन दोनों गैंगस्टर व उसके गुर्गों को शह देता था।
सुशील कुमार पर दिल्ली पुलिस ने न केवल एक लाख का इनाम घोषित किया था, बल्कि उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब में कई जगह छापेमारी की थी, जहां उसके होने की आशंका थी। पुलिस के सामने सबसे पहले सुशील के उत्तराखंड जाने की जानकारी सामने आयी थी, जिसके बाद से दिल्ली पुलिस लगातार सुशील और उसके साथी की गिरफ्तारी के लिए पांच राज्यों में दबिश दे रही थी।