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राजनीति

हरियाणा में मरे हुए सांड से हुआ अमित शाह का 'स्वागत'

Janjwar Team
4 Aug 2017 10:57 AM GMT
हरियाणा में मरे हुए सांड से हुआ अमित शाह का स्वागत
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गोपालदास ने कहा मेरे पास इस खास 'स्वागत' के अलावा कोई और चारा नहीं था, भाजपा नहीं करा रही पशुचारण भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त

रोहतक को कहा जाता है हरियाणा के राजनीति की राजधानी, भाजपा, लेफ्ट, बसपा और आप के प्रदेश के मुख्यालय रोहतक में ही

जनज्वार, हरियाणा। प्रदेश की राजनीती की नब्ज टटोलने 3 दिन के दौरे पर हरियणा निकले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रोहतक में हैं। कल शाम को रोहतक स्थित तिलियार पर्यटक स्थल पर अमित शाह का प्रोग्राम चल रहा था।

तभी कार्यक्रम स्थल के बाहर एक जेसीबी आकर रुकी और उसमें रखे एक मरे हुए सांड को रोड पर पलटा गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते इतनी देर में संत गोपाल दास शरीर पर पतली चादर लपेटे और सिर पर हैट लगा कर अपने समर्थकों के साथ धावा बोल पड़े और मरे हुए सांड के चारों तरफ एकत्रित होकर भाजपा के खिलाफ नारे लगाने लगे।

संत गोपालदास कहते हैं, 'भाजपा ने गायों के नाम पर वोट लेकर सरकार बनाई और अब गायों की सुध नहीं ले रही है। गौवंश सड़कों पर मर रहा है।'

इतना बड़ा हंगामा देख मौके पर मौजूद मीडिया भी पहुंची और संत गोपाल दास अपना संदेश मीडिया के जरिये लोगों तक देने में सफल रहे कि भाजपा सरकार ने धोखा दिया है।

गौलतलब है कि अमित शाह और भाजपा की वादाखिलाफी के खिलाफ आंदोलनरत संत गोपाल दास पूरी तैयारी के साथ आये थे। उनके हाथ मे एक लोहे की चैन भी थी, जिसे वो अपने शरीर पर मार रहे थे और उनके शरीर से खून निकल रहा था और वो गौवंश की रक्षा के लिए नारे भी लगा रहे थे। साथ में उनके समर्थकों ने भाजपा का घोषणा पत्र के बैनर शरीर पर पहने हुए थे और बीजेपी को उसका गौरक्षा का घोषणा पत्र याद दिला रहे थे।

रोहतक शहर के बीचोबीच एक पार्क में पिछले 57 दिनों से गौचारण (जानवरों के चरने के लिए खाली भूमि) के लिए संत गोपाल दास अनशन पर बैठे हैं। बीजेपी का गायों को लेकर विशेष प्रेम सबको पता है। संत गोपाल दस के अनुसार, 'भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके शहर में थे और उन तक अपनी बात पहुंचाने का इससे अच्छा तरीका और कुछ भी नहीं था।'

कौन है संत गोपाल दास
संत गोपाल दास गौवंश की रक्षा की रक्षा के लिए काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं। इससे पहले भी गोपाल दास कई बार अनशन कर चुके है। गोपाल दास जंतर मंतर पर भी गायों को लेकर बैठ गये थे और काफी दिनों तक जंतर—मंतर पर गायों को लेकर प्रदर्शन किया था।

हर पार्टी संत गोपाल दास के शरण में जाती है। इससे पहले जब हरियणा में कांग्रेस सरकार थी तो भाजपा नेता संत गोपाल दास के अनशन और धरना स्थल पर जाते थे, आजकल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर संत गोपाल दास की शरण मे जा रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल भी कर चुके हैं संत का समर्थन
साल 2013 में संत गोपाल दास ने गौरक्षा को लेकर अनशन किया था और इस दौरान उनकी तबियत खराब हो गई थी। उन्हें एम्स में भर्ती कराना पड़ा था तब अरविंद केजरीवाल ने खुद जाकर एम्स में संत गोपाल दास से मुलाकात की थी और उनकी मांगों का समर्थन किया था।

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