JNU हमले के मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 22 के खिलाफ मामला दर्ज
जेएनयू हमले के मामले विश्वविद्यालय प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने 22 के खिलाफ दर्ज किया मामला, हमले में घायल आइशी घोष का नाम भी शामिल, हिंदू रक्षा दल ने ली हमले की जिम्मेदारी..
जनज्वार। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए हमले के बाद एक ओर जहां हिंदू रक्षा दल हमले की जिम्मेदारी ले रहा है वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने जेएनयू की छात्रसंघ अध्यक्षा आइशी घोष और 22 अन्य छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है। दिल्ली पुलिस ने यह एफआईआर जेएनयू प्रशासन की ओर से मिली शिकायत के आधार पर की है।
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दिल्ली के वसंतकुंज पुलिस स्टेशन में जिन छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उनमें आइशी घोष, विवेक कुमार, गौतम शर्मा, गीता कुमारी, साकेत मून, सतीश यादव, राजू कुमार, चुनमुन यादव, कामरान, मानस कुमार, दोलन और सारिका चौधरी समेत 22 लोगों के नाम शामिल हैं।
खुद के साथ हुई इस मारपीट के बाद योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया था, 'पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में मेरे ऊपर भीड़ ने हमला किया, उस वक्त मेरे साथ संस्कृत विभाग के प्रोफेसर मिश्रा भी थे। थोड़ी चोट आई है, लेकिन मैं सुरक्षित हूं। जेएनयू के उत्तरी गेट के बाहर मुझे रखा गया है। पुलिस की सुरक्षा में कैम्पस के अंदर गुंडों की तोड़फोड़ जारी है।'
योगेंद्र यादव ने बताया था कि जब एबीवीपी के लोगों ने मेरे साथ मारपीट की तब पुलिसकर्मी वहां खड़े थे, लेकिन कुछ नहीं कर रहे थे। यदि पुलिस डरी हुई है तो वह अपनी वर्दी उतार सकती है।
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यहीं नहीं इसी सप्ताह के भीतर पांच जनवरी की शाम जेएनयू छात्र संघ और एबीवीपी के सदस्यों के बीच झड़प हुई थी, उससे पहले कल 4 जनवरी को भी एबीवीपी के लोगों ने जेएनयू छात्रसंघ महासचिव सतीश कुमार यादव और अन्य छात्रों के साथ मारपीट की थी, जिसमें एक छात्रा का हाथ और एक का पैर टूटा गया था।
इस मामले की लेकर देश और दुनियाभर में आलोचना हो रही है। वहीं सोशल मीडिया पर सक्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री की ओर से न कोई ट्ववीट आया है और न ही कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि विदेश मंत्री डॉ.एस. जयशंकर ने इस घटना की निंदा की है।