प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करेंट लगने के कुछ ही देर में मजदूर महिलाओं की मौत हो गयी। पास के पॉवर हाउस के कर्मचारियों को भी नहीं मालूम कि हाइटेंशन तार कबसे गिरा हुआ था...
जनज्वार। बिहार के मधेपुरा जिला के मुरलीगंज ब्लॉक पंचायत में 2 बच्चियों समेत 6 महिला मजदूरों की मौत हो गयी। मृत महिलाओं में एक गर्भवती महिला भी शामिल है।
मुरलीगंज इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज मंसूरी ने जनज्वार से बातचीत में बताया कि मरने वाली मजदूर महिलाएं अपने रोजी—रोटी के लिए खेतों में मूंग की फलियां तोड़ने का काम करती हैं।
फिरोज के मुताबिक, 'आज जब वह फलियां तोड़ने के काम में लगीं तभी बारिश आई। बारिश से बचने के लिए पॉवर हाउस के पास के टीन लगी झोपड़ी में छुपने गयीं, जहां उनकी पहले से गिरे 11 हजार वोल्ट के हाइटेंशन तार से मौत हो गयी।'
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करेंट लगने के कुछ ही देर में मजदूर महिलाओं की मौत हो गयी। पास के पॉवर हाउस के कर्मचारियों को भी नहीं मालूम कि हाइटेंशन तार कबसे गिरा हुआ था।
मृतकों में मो. नसीम की दो बेटियां साईस्ता खातून और रोजी खातून, मो. मुस्तकिम की नौ वर्षीय बेटी मर्जीना खातून, मो. जमील की 21 वर्षीय पत्नी सैबुन खातून, मो. इब्राहिम की 25 वर्षीय बेटी सकीला खातून और मो मुर्शीद की 28 वर्षीय पत्नी अलीसा खातून शामिल हैं। सभी मृतकाएं मधेपुरा जिले के कुमारखण्ड ब्लॉक के रहटा पंचायत के हनुमानगर चकला रहीका टोला जो मुरलीगंज नगर पंचायत वार्ड 8 और 13 के बिल्कुल निकट है।
गौरतलब है कि पास में ही मुरलीगंज मंडी होने के कारण इस इलाके में इस समय मूंग की फलियां तोड़ने का काम मिल जाता है। अन्य समय में ये मजदूर सब्जी बेच और बोकर अपना जीवन चलाते हैं।
मरने वालों के परिजनों को मधेपुरा के जिलाधिकारी मो. सुहैल और एसपी विकास कुमार ने घटनास्थल पर 4-4 लाख का चेक प्रदान किया है। साथ ही जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को को निलंबित करने का आदेश भी दे दिया है।
बिजली विभाग की लापरवाही से घटी इस घटना से क्षेत्र में मे काफी तनाव व आक्रोश व्याप्त है। मधेपुरा में यह घटना राजनीतिक रूप ले चुकी है, सांसद पप्पू यादव भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।