टीम के साथ गयी महिला आयोग की कार्यकर्ता के साथ जब माफिया ऐसा कर सकते हैं तो फिर आम नागरिकों में कितना खौफ होगा उनका
जनज्वार, दिल्ली। उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के नरेला इलाके में शराब माफियाओं की चौधराहट का एक और मामला सामने आया है। इस बार उन्होंने महिला आयोग की एक महिला कार्यकर्ता को ही मारने—पीटने के बाद नंगा कर बस्ती में परेड कराई है। घटना 7 दिसंबर की है।
गौरतलब है कि पुलिस और महिला आयोग मिलकर नशा मुक्ति पंचायत अभियान चलाते हैं। बुधवार 6 दिसंबर को इस पंचायत ने जिसमें पुलिस और महिला आयोग कार्यकर्ता प्रवीण और सोनिया शामिल थे, उन्होंने रेड मारी। रेड में सांसी जनजाति के इन शराब माफियाओं के यहां से 312 क्वार्टर शराब और 12 बोतल बियर बरामद हुई थी।
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस बारे में प्रेस को बताया कि महिला आयोग कार्यकर्ता बुधवार को जहां पुलिस ने रेड की थी, वहीं आसपास रहती हैं। उन्हें बुधवार की सुबह शराब माफियाओं और उनके रिश्तेदारों जिसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल थे, घेर लिया। घेरने के बाद बुरी तरह पीटा और कपड़े फाड़कर बस्ती में घुमाया।
पीड़िता ने भी एक वीडियो जारी कर महिला आयोग की अध्यक्ष के इन आरोपों की पुष्टि की है। साथ में यह भी कहा कि जब पुलिस वाले उन्हें बचाने आए तो उनके साथ भी मारपीट की गई।
हालांकि इन आरोपों को उत्तरी पश्चिमी जिले के डीसीपी रजनीश गुप्ता ने गलत बताया है और कहा है कि नंगा कर नहीं घुमाया बल्कि हल्के से कपड़े फट गए थे और हमलावरों में कोई भी मर्द शामिल नहीं था।
हुआ जो भी हो लेकिन इस वारदार से स्पपष्ट है कि दिल्ली में शराब माफियाओं के मन कितने बढे हुए हैं और वो कुछ भी कर सकते हैं। जाहिर है यह सब पुलिस की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है।
महिला आयोग कार्यकर्ता के साथ हुई इस घटना के बाद अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, 'रात हमने नरेला में घर में बिकती शराब पकड़ाई, पुलिस ने बेचने वालो को अरेस्ट न किया। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद थे कि उनने DCW वालंटियर के कपड़े फाड़ इलाके में नंगा घुमाया। कोई अरेस्ट न हुआ। महिला की खून खौलाने वाली आपबीती सुनें।”
देखें क्या कहती है पीड़ित महिला :