हाथियों के हमले से दो लोगों की मौत के बाद बंद किए गये ओड़िशा के 600 स्कूल
जजपुर जिला प्रशासन के आदेश के बाद तीन ब्लॉकों में करीब 600 स्कूल बंद, हाथियों का आतंक जिले में दो लोगों की चली गई जान...
जनज्वार। ओडिशा राज्य के जजपुर जिले में हाथियों ने इस हद तक आतंक मचाया कि जजपुर जिला प्रशासन को 600 स्कूलों को बंद करना पड़ा। जजपुर जिला कलेक्टर रंजन कुमार दास ने सुरक्षा कारणों को देखते हुए एक्शन लिया और जिले के तीन ब्लॉक कोरी, दानागड़ी और सुकिंडा में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार जजपुर के जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण चंद्र नायक ने बताया कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए हमने जिला कलेक्टर के इस आदेश को तेजी से स्कूलों तक पहुंचाया ताकि बच्चों को भय के माहौल में घरों से नहीं निकलना पड़े और हाथियों के हमले से किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान ना हो।
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इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) एचएस उपाध्याय ने बताया कि हाथी अब आसपास के क्षेत्र में नहीं है और अभी स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना के बाद राज्य के वन्यजीव विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की है।
पूर्व नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ के सदस्य बिस्वजीत मोहंती ने कहा कि हाथियों द्वारा मचाया जा रहा इस प्रकार का जानलेवा आतंक राज्य के लिए यह बहुत ही गंभीर मुद्दा बन गया है। बिस्वजीत मोहंती ने यह भी जानकारी दी कि पिछले 9 महीनों में हाथियों के हमलों में ओडिशा में 100 लोग मारे गए हैं। जबकि ओडिशा राज्य का पिछले साल का रिकॉर्ड कहता है कि हाथियों के हमले में 92 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसी मौतों से राज्य की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है। राज्य को हाथियों के हमले में सबसे ज्यादा मरने वाले लोगों के रूप में देखा जाने लगा है।
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हाथियों के आतंक वाला जिला कटक था जजपुर पहले उसका हिस्सा था। 1 अप्रैल 1993 को इसे अपनी अलग प्रशासनिक पहचान मिली थी। जिले में 10 ब्लॉक, 10 तहसील, 311 ग्राम पंचायत हैं। अब जजपुर देश के सबसे बड़े स्टील हब के रूप में जाना जाता है, जहाँ कई प्रमुख इकाइयाँ उत्पादन शुरू कर रही हैं। यहाँ की मिट्टी उपजाऊ और खनिज संसाधनों से समृद्ध है।