पहले चरण की वोटिंग के बाद कांग्रेस नेता ने सपत्नीक की आत्महत्या
मौत के कारणों का नहीं चल पाया पता, 14 को गुजरात में दूसरे चरण का मतदान तो 18 को है मतगणना....
राजकोट। कल जहां एक तरफ पूरे दिन कांग्रेस में राहुल गांधी की अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी की खबरें राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय रही, राजनीतिक विश्लेषक उनके अध्यक्ष बनने को लेकर तरह—तरह के कयास लगा रहे थे, वहीं गुजरात से कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर ने भी दस्तक दी।
गुजरात के राजकोट से कांग्रेसी नेता हरेश मोढवाडिया ने अपने राजकोट स्थित घर पर पत्नी रामीला के साथ मौत को गले लगा लिया।
हालांकि पुलिस अभी इसे सीधे—सीधे आत्महत्या मानने से इंकार कर रही है और इसकी छानबीन में लगी हुई है। हरेश मोढवालिया कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ के नेता थे।
शुरुआती जांच और मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस दंपति ने जहर खाकर आत्महत्या की है। हालांकि उनके आसपास कोई ऐसा सुराग या सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया जिससे इस बात की पुष्टि होती होती हो कि उन्होंने आत्महत्या ही की है।
उनके आत्महत्या किए जाने के कारणों का भी ठीक—ठीक पता शुरुआती जांच में नहीं चल पाया है। कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के नेता होने के साथ—साथ हरेश मोढवालिया एक प्राइवेट स्कूल में प्रिंसिपल के रूप में भी अपनी सेवाएं देते थे।
गौतरलब है कि गुजरात में पहले चरण की वोटिंग 9 दिसंबर को संपन्न हो चुकी है। राजकोट में भी पहले चरण में वोटिंग हो चुकी है। मोढवालिया राजकोट की महेश्वरी सोसायटी में सपरिवार रहते थे।
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा तेज हो गई है कि हो सकता है किसी ने जान—बूझकर इस दंपति को मौत के घाट उतारा हो, जिससे कि राजनीति का रुख मोड़ा जा सके। क्योंकि इनकी मौत पहले फेज की वोटिंग के ठीक बाद हुई है। 14 दिसंबर को गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज के लिए वोट डाले जाएंगे और 18 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने हैं।
दंपति मौत की जांच कर रही पुलिस के मुताबिक हरेश मोढवालिया के बेटे—बहू का वैवाहिक जिंदगी बहुत तनावपूर्ण हालातों से गुजर रही थी, जिससे वे परेशान थे। उनकी बहू ने कुछ दिन पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। इसीलिए पुलिस भी कयास ही लगा रही है कि हो सकता है घर में बढ़ते तनाव के कारण इस दंपति ने अपनी जान दी हो।