DFO तराई पश्चिमी और नैनीताल पुलिस प्रशासन ने कानून का उल्लंघन कर 60 से अधिक लोगों के घरों एवं खेतीयोग्य जमीन को बुलडोजर से रौंदा, पीड़ितों का वन विभाग कार्यालय पर हल्लाबोल

रामनगर। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त संगठन समिति के बैनर तले पूछड़ी समेत विभिन्न वनग्रामों के ग्रामीणों ने तराई पश्चिमी वन विभाग कार्यालय पर आज 16 दिसंबर को हल्ला बोल दिया।
ग्रामीणों के पहुंचने की सूचना मिलने पर प्रभागीय वनाधिकारी प्रकाश चंद्र आर्य अपनी गाड़ी से बाहर निकल ही रहे थे कि ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी को घेरकर धरना शुरू कर दिया। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद भी ग्रामीण धरने पर डटे रहे। ग्रामीणों के आक्रोश के कारण डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य को उन्हें अपनी गाड़ी बैक कर अपने कार्यालय में वापस आना पड़ा।
धरनास्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ प्रकाश चंद्र उत्तराखंड हाईकोर्ट एवं वन अधिकार कानून 2006 का उल्लंघन कर रहे हैं। विगत 7 दिसंबर को उन्होंने उन परिवारों पर भी बुलडोजर कार्रवाई की, जिन्हें माननीय हाईकोर्ट से स्टे मिला हुआ था।
वक्ताओं ने कहा कि समाज कल्याण विभाग द्वारा वन ग्राम पूछड़ी में ग्राम स्तरीय वनाधिकार समिति का गठन किया जा चुका है। वनाधिकार कानून की धारा 4(5) में स्पष्ट उल्लेख है कि जब तक ग्रामीणों के दावों के परीक्षण की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी, तब तक किसी को नहीं हटाया जाएगा। इसके बावजूद भी डीएफओ तराई पश्चिमी एवं नैनीताल पुलिस प्रशासन ने कानून का उल्लंघन करते हुए 60 से अधिक लोगों के घरों एवं खेती योग्य जमीन को बुलडोजर चलवाकर रौंद दिया।
संयुक्त संघर्ष समिति ने न्यायालय की अवमानना एवं वन अधिकार कानून 2006 का उल्लंघन करने के लिए उत्तरदायी तराई पश्चिमी वन विभाग के डीएफओ व अन्य अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की तथा पूछड़ी में बेघर किए गए सभी ग्राम वासियों को पुनर्वासित करने एवं सभी वन ग्रामों को राजस्व ग्राम का दर्जा देने की मांग भी की।
भाजपा के बुल्डोजर राज पर रोक लगाने के आंदोलन की आगामी रणनीति के लिए 21 दिसंबर को वन ग्राम पूछड़ी में दिन में 12 बजे से हनुमान मंदिर के पास एक बृहद बैठक का आयोजन किया जाएगा।
सभा को रेनू सैनी, कमला देवी, सुनीता देवी, सीमा तिवारी, केसर राणा, प्रेम राम, जगमोहन सिंह रावत, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रुहेला, महिला एकता मंच की भगवती आर्य, सरस्वती जोशी, समाजवादी लोकमंच के संयोजक मुनीष कुमार, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंबाल आदि ने संबोधित किया। संचालन समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने किया।











