जनज्वार की खबर का असर : यूपी के मिर्जापुर के जिन गांवों की दिखाई थी कहानी, वहां प्रशासन ने पहुंचाया राशन
22 मार्च को कर्फ्यू लगने के बाद से इन गरीब बस्तियों के लोग घर मे ही पड़े रहे और इनका रोज की कमाई भी खत्म हो गयी था। सात दिनों से घर मे पड़ा राशन और जमा पूंजी भी पेट का भूख मिटाने में खत्म हो चुका था...
मिर्जापुर से पवन जायसवाल की रिपोर्ट
जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर के अहरौरा थाना क्षेत्र में आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण भूखे पेट सोने को मजबूर थे जिसकी सूचना जनज्वार टीम को लगी। रिपोर्टर द्वारा इन गाँवो में जाकर रियलिटी चेक किया तो पाया कि यहां 90 प्रतिशत लोग लकड़ी काटकर बेचते, पत्थर खदानों में मजदूरी करते, पत्तो का दोना पत्तल बनाकर बेचते हैं।
22 मार्च को कर्फ्यू लगने के बाद से इन गरीब बस्तियों के लोग घर में ही पड़े रहे और इनका रोज की कमाई भी खत्म हो गयी था। सात दिनों से घर में पड़ा राशन और जमा पूंजी भी पेट का भूख मिटाने में खत्म हो चुका था। जिसके बाद 'जनज्वार' ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाकर अधिकारियों के कानों तक बात पहुँचाया।
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खबर देखते ही जिला प्रशासन ने एसडीएम चुनार जंगबहादुर यादव व लेखपाल विनोद यादव को निर्देशित कर जरूरतमंद गरीबो के बीच भेजकर फ्री खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाया। वहीं जैसे ही इसकी सूचना पुलिस प्रशासन व समाजसेवियों को लगी वो भी बढ़चढ़ कर इनकी मदद को आगे आ गये। सीओ नक्सल हितेंद्र कृष्ण व नगर पालिका चेयरमैन गुलाब मौर्या समेत दर्जनों लोगों की आपसी सहयोग से दुर्गा जी मंदिर परिसर में डेरा डाले बाहरी प्रवाशियो को भी सभी भरपूर खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
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अनाज व अन्य सामान पाते ही गरीबो के परिजनों के चेहरों पर खुशी छा गयी और तुरंत लकड़ी खुथ्थी बिन बटोरकर पत्थरो के टुकड़ो का चूल्हा बना उस पर खाना बनाने लगे। छोटे-छोटे बच्चे चूल्हे के चारो तरफ बैठ माँ के हाथों से खाना पकता देख हर्षोलित हो रहे थे।
कोरोना जैसी महामारी से बचाव करने में जुटे थानों के थानेदार राजेश जी चौबे भी बढ़चढ़ कर बाहरी प्रवासियों, मजदूरों व गरीब मलिन बस्तियों में अन्नपूर्णा भोजन योजना चलाकर लंच का पैकेट वितरण कर गरीबो का दिल जीत लिया। साथ ही इन्होंने गरीब गुरबों से अपील की लोग घरों में ही रहे, हाथ बार-बार साबुन से धोये, किसी के बीमार पड़ने की सूचना प्रसासन और स्थानीय चिकित्सक को दे। थानाध्यक्ष ने बोला हम इनका आगे भी ख्याल रखेंगे।