मोदी कहते हैं लोकल के लिए बनो वोकल और मंत्री जी विदेशी निवेश पर बिछा रहे लाल कालीन
इसी महीने 12 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा था कि आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए 'वोकल' बनना है, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने हैं बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है...
जनज्वार। मोदी सरकार के युवा चेहरे और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना के खिलाफ सफलता से लड़ाई लड़ रहा है। कोरोना के संकट के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने का भी सरकार ने खाका तैयार कर लिया है।
उन्होंने आईएएनएस को सोमवार को दिए इंटरव्यू में बताया कि मोदी सरकार की ओर हाल में किए गए आर्थिक सुधारों से दुनिया भर की कंपनियां निवेश के लिए आकर्षित होंगी। सरकार ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज की व्यवस्था के जरिए दुनिया भर की कंपनियों को निवेश करने के लिए आकर्षित करने में जुटी है।
संबंधित खबर : मोदी दें जनता को क्वारंटीन का ज्ञान और उनके सांसद मनोज तिवारी खेलें क्रिकेट
वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकार की ओर से हालिया आर्थिक सुधारों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई नए सुधार किए गए हैं।
कोरोना संकट के कारण चीन से निकलने वालीं मल्टीनेशनल कंपनियो को भारत में लाने के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा, 'दुनिया भर की कंपनियों को आकर्षित करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। भारत में दुनिया भर की कंपनियां निवेश करें, इसके लिए ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज की एक कमेटी बनाई जा रही है, जो इन्हें निवेश में मदद करेगी।'
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में स्थानीय उत्पादों की खरीद पर जोर देते हुए कहा था कि हमें न सिर्फ इन स्थानीय उत्पादों को खरीदना है, बल्कि उसका प्रचार भी करना है। आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए 'वोकल' बनना है, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने हैं बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है।
संबंधित खबर : मोदी दें जनता को क्वारंटीन का ज्ञान और उनके सांसद मनोज तिवारी खेलें क्रिकेट
ठाकुर ने आगे कहा कि भारत को एक अट्रैक्टिव इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाने के लिए हमने कारपोरेट टैक्स में भारी कटौती सितंबर 2019 में की थी, जिसमें मात्र 15 प्रतिशत कारपोरेट टैक्स रखा। यह दुनिया भर में सबसे आकर्षित टैक्स रेट है। इसके अलावा हमने उन सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करने की बात कही है जो स्ट्रेटजिक सेक्टर में नहीं होंगे।