सुभारती विश्वविद्यालय के कार्यालय अधीक्षक की सरेराह ईंटों से पीट-पीटकर हत्या
तीन बाइकों पर नौ बदमाश थे सवार, जिन्होंने रास्ते में सुभारती विश्वविद्यालय के कार्यालय अधीक्षक संजय गौतम की बाइक रोककर किया था उन पर जानलेवा हमला
जेपी सिंह की रिपोर्ट
जनज्वार। उत्तर प्रदेश और अपराध एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। गुंडागर्दी चरम पर है। यहां के मेरठ में दिल्ली-देहरादून बाईपास स्थित सुभारती विश्वविद्यालय के कार्यालय अधीक्षक संजय गौतम की कल 14 सितंबर को सरेराह नौ अज्ञात बदमाशों ने ईंटों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
बागपत रोड बाईपास के समीप हुए इस सनसनीखेज घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए। ताज्जुब यह है कि भीड़भाड़ वाले इस इलाके में बदमाश कार्यालय अधीक्षक संजय गौतम पर ताबड़तोड़ वार करते रहे, मगर कोई भी डर के मारे उनकी मदद को आगे नहीं आया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उनकी लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है कि आखिर सुभारती विश्वविद्यालय के कार्यालय अधीक्षक की इतनी नृशंसता से हत्या क्यों की गई।
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने मीडिया को बताया कि घटना से संबंधित कुछ चीजें पुलिस के हाथ लगी हैं। सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं। जल्द ही सुभारती विश्वविद्यालय के कार्यालय अधीधक संजय गौतम के हत्यारों का पता लगाकर घटना का खुलासा किया जाएगा और हमलावरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
45 वर्षीय संजय गौतम सुभारती विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग कार्यालय में अधीक्षक थे। शनिवार 14 सितंबर की शाम करीब पांच बजे विश्वविद्यालय में काम खत्म करके जब वे अपने घर ब्रह्मपुरी पंजाया गली नंबर छह की तरफ लौट रहे थे, तभी 9 बदमाशों ने उन पर हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बागपत रोड बाईपास के पास सीमेंट गोदाम के पास तीन बाइकों पर आए नौ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। बदमाशों ने पहले उन्हें गोली मारने की कोशिश की, लेकिन तमंचे से गोली नहीं चली। इसके बाद संजय गौतम ने हेलमेट से बदमाशों पर हमला किया और अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे।
तभी बदमाशों ने संजय गौतम को डिवाइडर पर पटक दिया और वहां पर पड़ी ईंटों से उनके सिर पर तब तक जमकर प्रहार किया, जब तक की उनकी मौत नहीं हो गई। घटनास्थल के आसपास भारी संख्या में भीड़ मौजूद थी। जब यहां मौजूद लोगों ने विरोध जताने की कोशिश की तो बदमाशों ने तमंचा दिखाकर सबको गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद सभी लोग पीछे हट गए और तमाशा देखते रहे। संजय की हत्या करने के बाद हमलावर बाइकों पर सवार हो वहां से फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद टीपी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस घटना का की जानकारी मिलने के बाद सुभारती विश्वविद्यालय प्रबंधन खौफ में है। विश्वविद्यालय स्टाफ ने इस हत्याकांड की जानकारी संजय भारतीय के परिजनों को दी। संजय गौतम का शव काफी देर तक घटनास्थल पर ही पड़ा रहा। हत्या की खबर से उनके घर में कोहराम मच गया।
गौरतलब है कि इसी साल 9-10 जून की रात सुभारती विश्वविद्यालय में अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने के प्रयास में लगे कार सवार लोगों ने गेट पर रोकने के विरोध में बाउंसर पर ताबड़तोड़ फायर किया था। कई गोलियां लगने के कारण बाउंसर ने तब दम तोड़ दिया था, जबकि सुरक्षा सुपरवाइजर घायल हो गया।