गुजरात में 'विकास' शीघ्रपतन का शिकार, नफरत फैलाने वाला वीडियो बन रहा भाजपा का तारणहार
विकास का झांसा देकर दिल्ली की गद्दी तक पहुंचे गुजराती पीएम मोदी के राज्य की अपनी हालत ये है कि वहां उनकी पार्टी के समर्थक भाजपा के लिए विकास के नाम पर नहीं, 22 साल पहले हुए फसाद का भय दिखाकर पर मांग रहे हैं वोट...
जनज्वार, अहमदाबाद। अगले महीने 9 और 18 दिसंबर को होने जा रहे गुजरात विधानसभा चुनावों की जीत में मोदी जी का विकास तो किसी काम नहीं आ रहा, लेकिन उनके मुख्यमंत्री रहते हुए पालित—पोषित 22 साल पहले 2002 का गुजरात दंगा, आज भी मोदी जी के खूब काम आ रहा है। विकास के नाम पर वोट मांग कर हतोत्साहित हो चुके भाजपा समर्थक अब मोदी के नाम पर दंगे की धमकी वाला वीडियो दिखाकर वोट मांग रहे हैं।
मानवाधिकार संगठन ह्युमन राइट लॉ नेटवर्क 'एचआरएलएन' के कार्यकर्ता और वकील गाविंद परमार ने चुनाव आयोग और क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि नफरत फैलाने और गुजरात चुनाव को सांप्रदायिक बनाने के प्रयासों पर तत्काल रोक लगाई जाए। परमार की शिकायत के बाद गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त बीबी स्वैन ने पुलिस को इस मामले में कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं।
गोविंद परमार कहते हैं कि 85 सेकेंड के इस वीडियो में अगर पुलिस चाहे तो बनाने वालों को पकड़ना और सभी मीडिया माध्यमों पर इस विज्ञापन को रोकना कोई मुश्किल नहीं है। यह वीडियो प्रोफेशनल प्रोडक्शन हाउस से बनाया गया है, जो न सिर्फ हिंदू—मुस्लिम को बांटकर वोट मांग रहा है, बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय को गुजरात चुनाव में डरा भी रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 1 मिनट 15 सेकेंड के गुजराती भाषा में बने इस वीडियो की शुरुआत इस वाक्य के साथ होती है, 'शाम 7:00 बजे के बाद गुजरात में ऐसा हो सकता है।' उसके बाद अजान 'मस्जिद में होन वाली प्रार्थना' की आवाज आती है।
इसके बाद वीडियो में एक नौजवान लड़की सुनसान सड़क पर चली जा रही है। जैसे ही घर पहुंचती है मां—बाप बहुत घबराए हुए परेशान हालत में हैं। मां कहती है, 'हतप्रभ हूं, क्या यही गुजरात है?' पिता जवाब देता है, '22 साल पहले ऐसा था गुजरात। अगर वह लौट आए तो फिर एक बार वैसा ही हो जाएगा।' इसके बाद आखिर में भगवे रंग की पट्टी पर लिखा आता है, 'अपना वोट, अपनी सुरक्षा।'
नफरत फैलाकर वोट मांगने वाले इस कैंपेन में कहीं से भी भाजपा को वोट देने के लिए नहीं कहा जा रहा है, पर बहुत साफ है कि पिछले 22 वर्षों से किसके राज में 7 बजे के बाद अजान नहीं सुनाई दे रहा है, किसका राज आएगा तो फिर सुनाई देने लगेगा।
2002 गुजरात दंगों के बाद लगातार 22 साल से भाजपा का शासन है, जिसमें अकेले तीन बार लगातार प्रधानमंत्री मोदी वहां के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 1995 में एक बार कांग्रेस सत्ता में आई थी पर वह भी भाजपा तोड़कर अलग पार्टी बनाए शंकर सिंह बाघेला के बूते। उसके बाद से लगातार भगवा का ही झंडा लहरा रहा है, जिस भगवा को दिखाकर अंत में वीडियो कह रहा है, 'अपना वोट, अपनी सुरक्षा।'