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राजनीति

अखिलेश यादव ने 6 साल पुराने मामले में साधु-संतों से मांगी माफी, शंकराचार्य से लिया आशीर्वाद

Janjwar Desk
12 April 2021 8:11 AM GMT
अखिलेश यादव ने 6 साल पुराने मामले में साधु-संतों से मांगी माफी, शंकराचार्य से लिया आशीर्वाद
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साल 2015 में वाराणसी में साधु-संतों के साथ मारपीट हुई थी तब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सत्ता में थी। पुलिसिया लाठीचार्ज में साधु-संत बुरी तरह घायल हो गए थे.....

हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मारपीट के एक पुराने मामले में साधु-संतों से माफी मांगी है। दरअसल हरिद्वार में इस समय महाकुंभ चल रहा है। अखिलेश यादव उत्तराखंड दौरे पर हैं। हरिद्वार पहुंचे अखिलेश यादव ने शारदा द्वारका पीठ के जगदगुरु शंकराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। शंकराचार्य से मुलाकात से पहले अखिलेश यादव ने उनके शिष्य व उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात की और उनका भी आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से माफी मांगी जिस पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अखिलेश यादव को माफी दी।


क्या था मामला

दरअसल साल 2015 में वाराणसी में साधु-संतों के साथ मारपीट हुई थी तब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सत्ता में थी। पुलिसिया लाठीचार्ज में साधु-संत बुरी तरह घायल हो गए थे। तब की अखिलेश सरकार ने 1000 से ज्यादा लोगों पर मारपीट, दंगा भड़काने का मुकदमा दर्ज किया था।

गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए लाठीचार्ज में ज्योतिष और शारदा-द्वारका पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु शंकाराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती​ के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद और बालकदास महाराज को उनके शिष्यों के साथ जमकर मारा पीटा गया था। घटना आधी रात को घटित हुई थी। यही नहीं, पुलिस ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के हाथ से गणेश प्रतिमा को छीनकर जबरन दूसरी जगह विसर्जित कर दिया था।

तत्कालीन समय में संत समाज ने इस मारपीट का जोरदार विरोध दर्ज किया था, लेकिन इसके बावजूद उस समय मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। अब मारपीट के छह साल बाद अखिलेश यादव ने माफी मांगी है, जिसे संतों ने स्वीकार कर लिया है।

ज्योतिष और शारदा-द्वारका पीठ के जगदगुरु शंकाराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के साथ साथ उनके उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव हरिद्वार में नरेंद्र गिरि के आश्रम पहुंचे। इस दौरान उन्‍होंने गिरि का भी आशीर्वाद लिया।

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