अडानी को एयरपोर्ट देने के बदले गये थे सारे नियम, राहुल के आरोप पर क्या संसद में जवाब देंगे पीएम मोदी?
Rahul Gandhi vs PM Modi : आजकल संसद का बजट सत्र चल रहा है और कल 7 फरवरी का दिन बेहद गहमागहमी वाला रहा था। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी ने अपने मित्र को एयरपोर्ट देने के लिए सारे नियम कानून ताक पर रख दिये थे। आज 8 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी संसद में राहुल गांधी के सारे आरोपों का जवाब दे सकते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 7 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी और दुनिया के टॉप के अमीर गौतम अडानी जो हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद टॉप 20 में रह गये हैं, के रिश्तों पर तमाम सवाल उठाये थे। राहुल गांधी के मुताबिक 2014 में अमीरों की लिस्ट में 609 नंबर पर रहे गौतम अडानी मोदीराज में दूसरे नंबर पर आ गए।
हालांकि राहुल गांधी के तमाम आरोपों पर भाजपा सांसदों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई की मांग तक कर डाली। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए लोकसभा स्पीकर को लेटर लिख डाला। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी बिना तथ्यों के पीएम मोदी पर उलूल—जुलूल आरोप मए़ रहे हैं, इसलिए उन पर सदन की अवमानना के तहत कार्रवाई की जाए।
गौरतलब है कि लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गौतम अडानी और हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर केंद्र में सत्तासीन भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई सवाल पूछते हुए कहा था, 2014 में गौतम अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 609वें नंबर पर थे। कुछ ही साल में न जाने क्या जादू हो गया, अडाणी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए।
राहुल गांधी ने एक सदन में एक तस्वीर लहरायी, जिसमें मोदी और गौतम अडानी नजर आ रहे थे। सभापति ओम बिड़ला ने राहुल को टोका तो उन्होंने सवाल उठाया "इनका हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री के साथ क्या रिश्ता है और कैसा रिश्ता है?"
राहुल ने आरोप लगाया, अडानी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में बता देता हूं। ये रिश्ता कई साल पहले शुरू होता है, जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी जी और अडानी साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। मोदी जी को आइडिया दिया गया कि आप बिजनेसमैन के ग्रुप को साथ लाइए और वाइब्रेंट गुजरात बनाइए। मुझे लगता है कि तब असली जादू शुरू हुआ। प्रधानमंत्री जी दिल्ली आते हैं और 2014 में असली जादू शुरू होता है। 2014 में अडानी 609 पर थे और कुछ साल में दूसरे नंबर पर कैसे पहुंचे?"
राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा, कुछ साल पहले सरकार ने हिंदुस्तान के एयरपोर्ट्स को डेवलप करने के लिए दिया। नियम था कि कोई भी जिसे पहले एक्सपीरियंस न हो, वो डेवलपमेंट में शामिल नहीं हो सकता है। इस नियम को हिंदुस्तान की सरकार ने बदला। रूल बदला और अडानी जी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। दुनिया का सबसे ज्यादा प्रॉफिटेबल मुंबई एयरपोर्ट को GVK ने हाईजैक कर लिया। CBI और ED का इस्तेमाल करके हिंदुस्तान के उस एयरपोर्ट को अडानी जी के हवाले कर दिया। रिजल्ट आया कि एयरपोर्ट में आज अडानी जी की हिस्सेदारी 24% है। हिंदुस्तान की सरकार और प्रधानमंत्री ने ये सुविधा दी।"
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके, बल्कि कुछ और भी दावे कियें कहा "अब हम फॉरेन पॉलिसी की बात करते हैं। डिफेंस से शुरू करते हैं। डिफेंस में अडाणी जी का जीरो एक्सपीरियंस था। मैंने प्रधानमंत्री को HAL में देखा। बोल रहे थे कि कॉन्ट्रैक्ट को लेकर गलत आरोप लगाए गए। असलियत है कि 126 हवाई जहाजों का जो HAL का कॉन्ट्रैक्ट था, वो अनिल अंबानी को चला गया। वो बैंकरप्ट हो गए। प्रधानमंत्री इजराइल जाते हैं और फिर अडाणी जी को ड्रोन को री-फिट करने का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है। 4 डिफेंस की इनके पास कंपनियां हैं। इजराइल में प्रधानमंत्री जाते हैं, उसके बाद अडाणी को जादू से मेंटेनेंस का कॉन्ट्रैक्ट, इजराइली ड्रोन और छोटे हथियारों का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है।"