असम में दूसरे चरण का प्रचार खत्म, खराब मौसम के चलते रैली में भाग नहीं ले पाए राहुल गांधी
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जनज्वार ब्यूरो, गुवाहाटी। असम में दूसरे चरण के विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार 30 मार्च को बारिश और खराब मौसम के बीच समाप्त हो गया। गौरतलब है कि असम के 13 जिलों में 39 सीटों पर 345 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 7.3 मिलियन से अधिक मतदाता करेंगे। । तीसरे और अंतिम चरण में 40 सीटों पर 6 अप्रैल को मतदान होगा।
दूसरे चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में राज्य की भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्री परिमल सुक्लबैद्य (धोलाई), पीयूष हजारिका (जागीरोड), भबेश कलिता (रंगिया) और विधानसभा उपाध्यक्ष अमीनुल हक लस्कर (सोनाई) शामिल हैं।
पिछले सप्ताह कई बार बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के दौरे हुए। प्रचार अभियान मंगलवार को खराब मौसम के साथ ही समाप्त हो गया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जो सिलचर, हाफलोंग और बोकाजान में तीन रैलियों को संबोधित करने वाले थे, बारिश और खराब मौसम के कारण इसमें शामिल नहीं हो सके। सिलचर में पत्रकारों के साथ उनकी एक निर्धारित बैठक भी रद्द कर दी गई।
राहुल गांधी ने असम के लोगों के नाम मंगलवार को जारी एक वीडियो संदेश में कहा--हम असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू नहीं होने देंगे। यह असम के लोगों के लिए हमारी पांच गारंटी में से पहली गारंटी है। यह कानून असम की भाषा, इतिहास और संस्कृति पर हमला है।
उन्होंने अन्य चार गारंटियों को भी सूचीबद्ध किया: 500,000 लोगों को सरकारी नौकरी, चाय बागान श्रमिकों के दैनिक वेतन में 365 रुपए की वृद्धि, सभी घरों में 200 यूनिट मुफ्त बिजली, और गृहिणियों को 2000 रुपए प्रति माह।
राहुल गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संविधान के अनुच्छेद 244ए को भंग करने की कोशिश करके असम में पहाड़ी जनजातियों को निशाना बना रही है।
गांधी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को सत्ता में लाने के लिए मतदाताओं से अपील करते हुए कहा, "अनुच्छेद 244 ए को खत्म करके भाजपा पहाड़ी जनजातियों की संस्कृति और परंपराओं पर हमला करने की कोशिश कर रही है।"
आज ख़राब मौसम की वजह से आप सब के बीच नहीं पहुँच पाया लेकिन मेरा और महाजोत का संदेश साफ़ है- असम को 5 गैरंटी से उन्नति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाएँगे।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 30, 2021
इस उद्देश्य के लिए आप महाजोत को भारी मतों का समर्थन दें।#Elections2021 pic.twitter.com/A9b2zRdZtT
असम में तीन पहाड़ी जिले हैं, कार्बी आंगलोंग, पश्चिम कार्बी आंग्लोंग और दीमा हसाओ, जिनकी पांच विधानसभा सीटें हैं, और दूसरे चरण में इन जिलों में चुनाव होंगे।
मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने धर्मपुर और बिलासीपाड़ा में दो रैलियों को संबोधित किया। वह बारिश और खराब मौसम के कारण रानी की तीसरी रैली में शामिल नहीं हो सके।
दूसरे चरण में प्रचार अभियान का अधिकांश ध्यान तीन बंगाली बहुल जिलों बराक घाटी, करीमगंज, कछार और हैलाकांदी पर था, जिनकी कुल 15 सीटें हैं।
भाजपा की क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति है, मुख्यतः बंगाली हिंदुओं में। कांग्रेस और उसके सहयोगी, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) का भी कई इलाकों में प्रभाव है, जहां बंगाली मुसलमान रहते हैं। 2016 में भाजपा ने इस क्षेत्र में 15 में से आठ सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने तीन और एआईयूडीएफ ने चार सीटें जीतीं।