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राजनीति

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के घर के सामने जहर खाने वाली महिला की मौत, बुरे हाल में जी रहा था परिवार

Janjwar Desk
11 April 2021 5:13 AM GMT
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के घर के सामने जहर खाने वाली महिला की मौत, बुरे हाल में जी रहा था परिवार
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महिला ने अपने पत्र में लिखा कि यह भी लिखा कि वह विधायक अमृत देसाई और सांसद जोशी के घर जा चुकी है और मुआवजे की मांग कर चुकी है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसने कहा कि वह खुले में नहाने के लिए मजबूर है, क्योंकि उसके घर में शौचालय और बाथरूम क्षतिग्रस्त हो गए हैं...

हुबली। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के घर के बाहर 6 अप्रैल को जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली एक महिला की हुबली स्थित कर्नाटक आयुर्विज्ञान संस्थान (केआईएमएस) में मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक मृतका की पहचान धारवाड़ तालुका के गरंग गांव की निवासी 31 वर्षीय श्रीदेवी वीरन्ना कम्मर के रूप में हुई है।

जानकारी के मुताबिक महिला ने 6 अप्रैल को जहर खा लिया था और 9 अप्रैल की रात इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। महिला के पास कन्नड़ में लिखा एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था।

जांच में सामने आया है कि केंद्रीय मंत्री के घर के आगे आत्महत्या की कोशिश करने वाली महिला अपने बीमार पति और दो छोटे बच्चों के साथ गांव में रहती थी और उसे 2019 में भारी बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हुए अपने घर की मरम्मत के लिए मुआवजे की सख्त जरूरत थी। जहर खाने से पहले महिला ने कथित तौर पर कई मौकों पर केंद्रीय मंत्री से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन कई दिन चक्कर लगाने के बावजूद उसे मंत्री से मिलने नहीं दिया गया।

अपने सुसाइड नोट में महिला ने लिखा था कि वह 2019 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए अपने घर की मरम्मत के लिए पर्याप्त मुआवजा चाहती थी, क्योंकि अधिकारियों ने बतौर मुआवजा केवल 50,000 रुपये ही जारी किए थे, जबकि उसके गांव के अन्य लोगों में से प्रत्येक को 5 लाख रुपये मिले थे।

महिला ने अपने पत्र में लिखा कि यह भी लिखा कि वह विधायक अमृत देसाई और सांसद जोशी के घर जा चुकी है और मुआवजे की मांग कर चुकी है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसने कहा कि वह खुले में नहाने के लिए मजबूर है, क्योंकि उसके घर में शौचालय और बाथरूम क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

महिला ने लिखा था, वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ, सांसद से मिलने दिल्ली गई थी और उन्होंने इस संदर्भ में एक ईमेल भी भेजा था, लेकिन उसे जोशी से मिलने नहीं दिया गया। इस अपमान को सहन करने में वह असमर्थ है और उसने अब अपने जीवन को खत्म करने का फैसला कर लिया है।

वहीं सांसद जोशी ने महिला की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि किसी को भी इस तरह का अतिवादी कदम नहीं उठाना चाहिए। सांसद जोशी के मुताबिक उन्होंने महिला से बात की थी और मुआवजे को लेकर उपायुक्त (डीसी) को निर्देश भी दिया था, मगर इससे पहले ही यह घटना हो गई। सांसद ने कहा कि सरकारी प्रक्रियाएं होती हैं और इसमें समय लगता है।

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