Punjab News : सोनिया गांधी के सामने कांग्रेसी सांसदों ने निकाली भड़ास, प्रदेश प्रभारी पर लगाया पैसा लेकर टिकट बांटने का आरोप
PK Plan for Congress : जानिए पीके प्लान पर कांग्रेस के अंदरखाने क्या चल रहा है? राहुल के विदेश से लौटने पर होगा चिंतन शिविर
नई दिल्ली। पांच राज्यों विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पंजाब ( Punjab ) के कांग्रेसी सांसद ( Congress MP ) बुधवार को पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) से मिले। मुलाकात के दौरान कांग्रेसी सांसदों ने जमकर अपनी भड़ास निकाली। साथ ही विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ( Congress ) की शर्मनाक हार के लिए कुछ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस के सांसदों ने कहा कि पंजाब में हार के पीछे पार्टी के शीर्ष नेता ही जिम्कमेदार हैं।
कांग्रेस ( Congress ) सूत्रों के मुताबिक पंजाब से सांसद जसबीर सिंह गिल ने सोनिया गांधी ( Sonia ) के सामने पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया। कुछ सांसदों ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू और पिछले 4 साल से अध्यक्ष रहे सुनील जाखड़ ने भी पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया।
पार्टी के सांसद डॉ. अमर सिंह ने अजय माकन पर खुल्लमखुल्ला हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में जिसने पार्टी को दफना दिया उसने पंजाब में भी पार्टी का वही हाल किया। अजक माकन भी पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार हैं।
वहीं आलाकमान से नाराज और जी-23 के नेता व कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी सोनिया गांधी से कहा कि पंजाब चुनाव के दौरान खुद गांधी परिवार के सदस्यों की भूमिका भी ठीक नहीं रही। विशेष तौर से मई 2021 में बनी मल्लिकार्जुन खड़गे की कमेटी के गठन के बाद से ही पंजाब में निरंतर कांग्रेस की हालत पतली होती गई।
दूसरी तरफ पंजाब के सांसदों से मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने सभी सांसदो की बातों को गंभीरता से सुना। साथ ही कहा कि इन सभी पहलुओं पर गौर फरमाया जाएगा। सभी पार्टी के हित में काम करते रहें।
Punjab News : बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई है। साल 2017 में 77 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार महज 18 सीटें जीत पाई। जबकि दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी को 92 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत मिला। पंजाब में कांग्रेस के तमाम दिग्गजों को चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा। यहां तक कि कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh sidhu ) भी चुनाव हार गए। इसके लिए पार्टी के शीर्ष नेताओं की भूमिका को जिम्मेदार ठहराया गया है। सांसदों ने बताया कि पार्टी के अंदर गुटबाजी हावी रही और कांग्रेस चुनाव हार गई।