राहुल गांधी ने पीएम मोदी को कहा शाहंशाह तो जयशंकर और रिजिजू ने पलटकर दिया ये जवाब
Rahul Attacks Modi : बजट भाषण के बाद लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के बयान को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान चरम पर है। पीएम मोदी ( PM Narendra Modi ) को 'शाहंशाह' ( Dictator ) बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ( S Jayshankar ) ने कहा कि उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं है तो कानून मंत्री किरण रिजिजू ( Kiran Rijiju ) ने कहा कि अपने बयान में लिए राहुल गांधी माफी मांगें।
राहुल गांधी खुद से पूंछे ये सवाल
लोकसभा में राहुल गांधी का बयान सामने आने केबाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं है। राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण पाकिस्तान और चीन एकजुट हो गए। जबकि ऐतिहासिक घटनाएं इसके उलट हैं। 1963 में पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया। चीन ने 1970 के दशक में पीओके के रास्ते से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया। दोनों देशों के बीच 1970 के दशक से घनिष्ठ परमाणु सहयोग भी रहा है। 2013 में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ। ये सब कांग्रेस के शासनकाल में हुआ। इसलिए राहुल गांधी खुद से पूछें कि क्या चीन और पाकिस्तान तब एक-दूसरे दूर थे?
ब्लैक स्पॉट के रूप में याद रखा जाएगा
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान पर कि न्यायपालिका, चुनाव आयोग, पेगासस ये सभी यूनियन ऑफ स्टेट की आवाज को नष्ट करने के उपकरण हैं। उनके इस बयान पर केन्द्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू उनसे माफी की मांग की है। उन्होंने राहुल की ओर से न्यायपालिका पर संसद भवन से आरोप लगाने की घटना को निंदा से परे बताा है। उन्होंने कहा है कि उन्हें तुरंत भारत के लोगों के सामने भारतीय न्यायपालिका और चुनाव आयोग से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी ने भारतीय न्यायपालिका के बारे में जो कहा उसे एक ब्लैक स्पॉट के रूप में याद रखा जाएगा। अभी तक भारतीय न्यायपालिका के बारे में किसी ने भी संसद में ऐसी बातें नहीं कही।
राहुल गांधी ने क्या कहा था
बजट पर मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के बाद बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान मोदी सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि देश को 'शहंशाह' की तरह चलाने की कोशिश हो रही है। सरकार की इन नीतियों के चलते आज देश आंतरिक एवं बाहरी मोर्चों पर 'बड़े खतरे' का सामना कर रहा है। केंद्र सरकार की नीति के कारण ही आज चीन एवं पाकिस्तान एक साथ आ गए हैं। इस सरकार में दो हिंदुस्तान बन गए हैं। एक अमीरों और दूसरा गरीबों के लिए है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इस देश के दो नजरिए हैं। एक नजरिया यह है कि देश राज्यों का संघ है जिसका मतलब है कि संवाद होगा। आप भारत में शासन करने वाले किसी साम्राज्य को देख लीजिए। आप अशोक महान को देख लें, मौर्य वंश को देख लें, आप यह पाएंगे कि आपसी संवाद के जरिए शासन किया गया। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार विभिन्न राज्यों की आवाज दबा रही हैं।उसे इस बात का आभास नहीं है कि देश के 'संस्थागत ढांचे' पर हमले की प्रतिक्रिया हो सकती है। जवाहरलाल नेहरू राष्ट्र को बनाने के लिए ही 15 साल तक जेल में रहे। मेरी दादी यानि इंदिरा गांधी को 32 गोलियां मारी गईं और मेरे पिता राजीव गांधी को विस्फोट से उड़ा दिया गया।
उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आप खतरे से खेल रहे हैं। मेरी सलाह है कि रुक जाइए। आप खतरे को हल्के में मत लीजिए। चीन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि चीन के पास स्पष्ट योजना है। इसकी बुनियाद डोकलाम और लद्दाख में रख दी गई है। यह देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है। आपने जम्मू-कश्मीर और विदेश नीति में बहुत बड़ी रणनीतिक गलतियां की हैं। आपने दो मोर्चों को एक मोर्चे में बदल दिया है।