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राजनीति

BJP नेताओं के कहने पर मिली डेरा प्रमुख को पेरोल, खट्टर और कुछ अधिकारियों के अलावा किसी को नहीं मिली भनक

Janjwar Desk
7 Nov 2020 6:22 AM GMT
BJP नेताओं के कहने पर मिली डेरा प्रमुख को पेरोल, खट्टर और कुछ अधिकारियों के अलावा किसी को नहीं मिली भनक
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photo : social media

राम रहीम को ले जाने वाले जवानों को भी नहीं पता था कि वे किसे लेकर जा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि राम रहीम को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पेरोल मिली थी....

जनज्वार। साध्वियों से दुष्‍कर्म और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्‍या मामले में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को पेरोल मिली थी। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत रोहतक की सुनारियां जेल में बंद थे, जहां से उन्हें गुपचुप तरीके से पेरोल पर छोड़ा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरमीत को यह पेरोल बीती 24 अक्टूबर को भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं के निर्देश के बाद दी गई थी।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस बारे में सिर्फ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा सरकार के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को ही भनक थी। और तो और राम रहीम को ले जाने वाले जवानों को भी नहीं पता था कि वे किसे लेकर जा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि राम रहीम को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पेरोल मिली थी। सुनारिया जेल से भारी सुरक्षा में निकले राम रहीम गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती है।

गुरमीत राम रहीम 24 अक्टूबर को गुरुग्राम के अस्पताल में शाम तक अपनी बीमार मां के साथ रहे। सुरक्षा के लिए हरियाणा पुलिस की तीन टुकड़ी तैनात थी। बताया जा रहा है कि एक टुकड़ी में 80 से 100 पुलिसवाले थे। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को जेल से पुलिस की बंद गाड़ी में लाया गया। गाड़ी में पर्दे लगे हुए थे और इसमें कौन जा रहा है इसके बारे में किसी को कुछ भी जानकारी नहीं थी।

राम रहीम को गुरुग्राम ले जाकर पुलिस ने अस्पताल के बेसमेंट में गाड़ी पार्क की और जिस फ्लोर में उसकी मां का इलाज चल रहा था, उसे पूरा खाली करा दिया गया। रोहतक एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि 'हमे जेल सुपरिंटेंडेंट से राम रहीम के गुरुग्राम दौरे के लिए सुरक्षा व्यवस्था का निवेदन मिला था। हमने 24 अक्टूबर को सुबह से लेकर शाम ढलने तक सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। सब कुछ शांति से हुआ।'

पहले भी राम रहीम 2 बार पेरोल की अर्जी दे चुके हैं और बाद में वापस भी ले चुके हैं। 2018 के आखिरी में बाबा ने डेरा सच्‍चा सौदा में अपनी एक गोद ली बेटी की शादी में शामिल होने के लिए पेरोल की अर्जी दी थी, लेकिन बाद में वापस ले ली थी। तो पिछले साल जून के महीने में राम रहीम ने 42 दिन की पेरोल मांगी थी। जिसके बाद काफी विवाद हुआ था और उनके वकील ने पेरोल संबंधी अर्जी को रिटर्न कर लिया था।

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