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राजनीति

Sanjay Nishad ने अपने बेटे सरवन को चौरी-चौरा से दिया टिकट, जानें सपा, बसपा, कांग्रेस पर क्यों लगाया धोखा देने का आरोप?

Janjwar Desk
3 Feb 2022 4:46 AM GMT
Sanjay Nishad ने अपने बेटे सरवन को चौरी-चौरा से दिया टिकट,  जानें  सपा, बसपा, कांग्रेस पर क्यों लगाया धोखा देने का आरोप?
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UP Election 2022 : गठबंधन के तहत चौरी-चौरा, मेंहदावल और सुल्तानपुर सदर सीटें निषाद पार्टी के पास है। अभी तक ये सीटें भाजपा के पास थी।

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव को लेकर आज जहां वेस्ट यूपी में नेताओं का जमघट लगने वाला है वहीं निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल ( Nishad Party ) ने भाजपा के साथ गठबंधन के तहत टिकट फाइनल होने से पहले ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के 6 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी करदी है। इस सूची में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ़ संजय निषाद ( Sanjay Nishad ) ने अपने दूसरे बेटे इंजिनियर सरवन निषाद को चौरी-चौरा मैदान में उतारा है। बता दें कि पार्टी अध्यक्ष संजय निषाद खुद एमएलसी हैं और उनका एक बेटा प्रवीण कुमार निषाद संतकबीर नगर सीट से सांसद हैं।

इसके अलावा निषाद पार्टी ने हंडिया सीट पर प्रशांत सिंह, करछना सीट पर पीयूष रंजन निषाद, सैदपुर सीट पर सुभाष पासी, मेंहदावल सीट पर अनिल कुमार त्रिपाठी और सुलतानपुर सदर सीट से राज प्रसाद उपाध्याय ( राजबाबू ) को प्रत्याशी बनाया है। वर्तमान में चौरी-चौरा, मेंहदावल और सुल्तानपुर सदर सीटें भाजपा के पास हैं, जिन्हें भाजपा ने गठबंधन के तहत इस बार निषाद पार्टी को दी है। इस बार मेंहदावल के भाजपा विधायक का टिकट भी कट गया है। यहां के विधायक राकेश सिंह बघेल व संतकबीरनगर से सांसद रहे शरद कुमार त्रिपाठी के बीच जूतमपैजार के चलते भी चर्चा में आई थी।

निषाद समाज को कांग्रेस, बसपा और सपा ने दिया धोखा

दूसरी सूची जारी करने के बाद संजय निषाद ( Sanjay Nishad ) ने कहा कि अगर उन्हें कांग्रेस, बसपा और सपा से धोखे नहीं मिल रहे होते तो उन्हें भाजपा में जाने की जरूरत ही नहीं होती। जहां तक निषाद समाज की लड़ाई की बात है तो उसमें फिलहाल किसी एक बड़े दल का साथ लेना जरूरी था। उनका कहना था कि हम समाज की लड़ाई को बंद नहीं कर सकते तो हमें भाजपा का साथ लेना जरूरी लगा।

सपा के पूर्व सांसद अपना दल एस के उम्मीदवार

UP Election 2022 : दूसरी तरफ पूर्व सांसद नागेन्द्र सिंह पटेल ने सपा छोड़कर अपना दल एस का दामन थाम लिया है। पार्टी ज्वाइन करते ही अपना दल एस ने नागेंद्र सिंह पटेल को कौशांबी की चायल सीट से उम्मीदवार बना दिया। सपा ने चायल सीट से पूजा पाल को प्रत्याशी बनाया है। 2017 में चायल सीट से भाजपा के संजय कुमार गुप्ता चुनाव जीते थे। 2018 में केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफा से रिक्त हुई फूलपुर लोकसभा सीट पर नागेंद्र सिंह पटेल ने जीत हासिल की थी। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह को हराया था।

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