UP Election Result: सिराथू से हार के बाद क्या दांव पर है केशव मौर्या का राजनीतिक भविष्य? अगले सप्ताह होगा फैसला
(सिराथू हारने के बाद क्या दांव पर है केशव मौर्या का भविष्य)
UP Election Result: भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के सिराथू से चुनाव हारने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बहरहाल केशव अभी विधान परिषद (Vidhan Parishad) के सदस्य हैं। ऐसे में केशव को योगी सरकार में जगह मिलेगी या उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय टीम में जिम्मेदारी दी जाएगी, इस पर अगले सप्ताह तक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व निर्णय करेगा।
केशव मौर्या ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जरिए भाजपा (BJP) की राजनीति में कदम रखा था। विहिप के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल के करीबी रहे केशव को आरएसएस (RSS) के सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सर सह कार्यवाह कृष्णगोपाल सहित अन्य नेताओं का भी करीबी माना जाता है। संघ और भाजपा के शीर्ष नेताओं के प्रयास से ही पिछड़े वर्ग के बीच केशव की पार्टी के चेहरे के रूप में पहचान स्थापित की गई।
सूत्रों की माने तो पिछड़े वर्ग के वोट बैंक को ध्यान में रखकर ही केशव के मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा। दिल्ली में 13 व 14 मार्च को होने वाली बैठक में संघ (RSS) और भाजपा (BJP) के शीर्ष नेताओं के स्तर पर केशव को लेकर चर्चा की जाएगी।
क्या रहा सिराथू की सीट का समीकरण?
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, केशव प्रसाद मौर्च को 98,941 वोट मिले और मत प्रतिशत 43.28 फीसदी रहा। वहीं, सिराथू सीट से जीत हासिल करने वाली सपा की पल्लवी पटेल को 1,06,278 वोट प्राप्त हुए। अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो उन्हें सिराथू की 46.49 फीसदी जनता का साथ मिला। तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के मुनसब अली रहे, जिन्हें 10,073 वोट मिलें और मत प्रतिशत 4.41 फीसदी रहा।
सिराथू के सियासी समीकरण की बता करें तो कुर्मी वोट सपा के पक्ष में जाती दिखी जिसका एकतरफा फायदा पल्लवी पटेल को मिला। इस वजह से केशव प्रसाद मौर्या को हार का सामना करना पड़ा है।