Subramanian Swamy : 'मोदी और मुझमें यही फर्क है कि उनके पास हिरेन जोशी जैसे अंधभक्त हैं और मैं खुद ट्वीट करता हूं'
Subramanian Swamy : 'मोदी और मुझमें यही फर्क है कि उनके पास हिरेन जोशी जैसे अंधभक्त एम्प्लॉई हैं और मैं खुद ट्वीट करता हूं'
Subramanian Swamy : भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha MP) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपने ताजा ट्वीट में लिखा है कि पीएम मोदी के पास अंधभक्त एम्पलॉई हैं जो पैसे के बदले में मुझे अपशब्द वाले ट्वीट करते हैं और मैं अपने ट्वीट खुद करता हूं।
स्वामी ने अपने आज के एक ट्वीट में लिखा- ट्विटर पर मोदी और मेरे बीच यही अंतर है कि उन्होंने हिरेन जोशी (Hiren Joshi) जैसे अंधभक्तों और गंधभक्तों को पैसे देकर मुझे और मेरे परिवार को सबसे अधिक अपशब्द देने के लिए रखा हुआ है जबकि मैं खुद ट्वीट करता हूं और खुद को एक दायरे में सीमित रखता हूं। इसे दोनों तरफ से रोकना होगा या फिर इस तरह का सिलसिला जारी रहेगा।
The difference between Modi and me in Twitter is that he has Hiren Joshi employ Andhbhakts and Gandhbhakts on payment to most vulgarly abuse me and my family. I tweet myself and but restrict myself to policy differences. Either we both stop it or exchanges will continue.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 23, 2022
बता दें कि भाजपा नेता स्वामी बीते कुछ सालों से लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा आईटी सेल (BJP IT Cell) की तरफ से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। इससे पहले साल 2021 में उन्होंने कहा था कि भाजपा की आईटी सेल फेक आईडी के जरिए उन्हें निशाने पर ले रही है। इसकी शिकायत वो पीएम मोदी से भी कर चुके हैं लेकिन यह सिलसिला चलता रहा। आरोप के मुताबिक ट्विटर पर भाजपा समर्थक उन्हें निशाना बनाते रहते हैं और जवाब में स्वामी भी पलटवार करते रहते हैं।
सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) अक्सर मोदी सरकार की नीतियों को लेकर आलोचना करते रहते हैं। ऐसे में भाजपा आईटी सेल उन्हें अपने निशाने पर लेती रहती है। 20 मई को उन्होंने भाजपा के शासन में अर्थव्यवस्था और चीन सीमा विवाद को लेकर अपने ट्वीट में तंज कसा था।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि भाजपा 2024 के इंडिया शाइनिंग वाले हाल की तरफ बढ़ रही है क्योंकि अर्थव्यस्था में घोर विफलता है। इसके साथ ही केंद्र यह मानने से इनकार करता रहा है कि चीन ने हमारे क्षेत्र के 4000 वर्ग किमी को हथिया लिया है। सीमा पर चीन की ओर से अतिक्रमण को लेकर स्वामी लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
उनका कहना है कि केंद्र सरकार इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि भारतीय सीमा में कोई आया है। अगर कोई नहीं आया तो भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता क्यों की गई?