मोदी को भगवान बताते हुए BJP नेता ने मुस्लिम डॉक्टर को पीटा, लगाये जय श्रीराम के नारे
जनज्वार ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कथित रूप से आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर बीजेपी नेता द्वारा एक ग्रामीण चिकित्सक की पिटाई कर दी गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि इस घटना के लिए पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ ही प्राथमिकी दर्ज कर दी है कि उन्होंने पीएम मोदी को टार्गेट किया है।
गौरतलब है कि सारण जिला के बनियापुर के पुछड़ी बाजार पर ग्रामीण चिकित्सक इम्तियाज का क्लिनिक है। घटनाक्रम के मुताबिक डॉक्टर इम्तियाज ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी का एक आपत्तिजनक फोटो शेयर किया था, जिससे भाजपा के एक नेता सुजीत पुरी नाराज हो गये।
इसी खुन्नस में बीजेपी नेता सुजीत पुरी समर्थकों संग क्लिनिक में पहुंचे और उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। फिर जबरन कान पकड़वा कर माफी मंगवाई गई। इम्तियाज ने गलती मानी और कहा कि बच्चों की गलती से ऐसा पोस्ट हो गया है। बीजेपी नेता ने कहा कि मोदीजी उनके भगवान हैं और वे उनके भक्त और 'जय श्रीराम' के नारों के बीच बीजेपी नेता और समर्थक विजयी अंदाज में वहां से वापस लौटे। डॉक्टर इम्तियाज भटकेसरी गांव के रहने वाले हैं।
इस मामले की जांच कर रहे एसपी कहते हैं, डॉक्टर इम्तियाज पर प्राथमिकी दर्ज कर दी गयी है। डॉक्टर द्वारा जलालपुर से पीएम का फोटो फेसबुक पर अपलोड किया गया था, इसलिए डॉक्टर के विरूद्ध जलालपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही साथ जबकि डॉक्टर की पिटाई भी हुई है और डॉक्टर ने भी भाजपा नेता पर प्राथमिकी दर्ज कराई है और यह घटना बनियापुर थाना क्षेत्र में हुई है। इसलिए पिटाई की अलग प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। दोनों ही मामलों की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है।
इससे संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ-साफ पूरी घटना कैद है। वीडियो में बीजेपी नेता खुद ही पूरी कहानी सुना रहे हैं। इसमें बीजेपी नेता कह रहे हैं कि ग्रामीण चिकित्सक इम्तियाज द्वारा पीएम मोदी की एक ऐसी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई है, जो अत्यंत ही आपत्तिजनक है। वे मोदीजी को भगवान मानते हैं और अपने भगवान का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते।
वीडियो में दिखाया गया है कि क्लिनिक में प्रवेश करते ही बीजेपी नेता ने इम्तियाज को थप्पड़ जड़ दिया। उसके बाद उन्हें उनकी गलती बताते हुए भाषण पिलाई गई, फिर जबरन कान पकड़वाई गई। यह भी कहा गया कि यह हिंदुस्तान है, पाकिस्तान नहीं। जो नेता पसंद नहीं, उसका विरोध करो, पर तरीक़े से करो। उसके बाद नेता और समर्थक वहां से चले गए।
हालांकि यह सवाल अपनी जगह पर कायम है कि अगर उक्त डॉक्टर इम्तियाज ने कोई ऐसा पोस्ट डाला था, जो आपत्तिजनक था, तो नेताजी ने कानून और पुलिस की मदद न लेकर खुद ही पुलिस और जज बनकर ऑन द स्पॉट फैसला और सजा दोनों क्यों दे दी।