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राजनीति

UP Election 2022 : भाजपा भी समाजवादियों को ही मान रही अपना मुख्य विपक्षी, परिवारवाद से लेकर पोस्टर तक तेज हुई जंग

Janjwar Desk
15 Oct 2021 1:52 PM IST
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(अखिलेश की विजय यात्रा में जुटी भीड़ से भाजपा में हड़कंप)

UP Election 2022 : कन्नौज की कथित महिलाओं का एक वीडियो क्लिप ट्वीट करते हुए भाजपा के ट्वीटर हैंडल से अखिलेश पर हमला बोला गया है। ऐसे में दोनो पार्टियां आमने-सामने आ गई हैं...

UP Election 2022 (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है वैसे-वैसे पार्टियों में घमासान होता दिख रहा है। मानना वाजिब है कि यूपी में इस समय भाजपा के मुकाबिल समाजवादी पार्टी ही मुख्य विपक्षी दल है। द्वंद भी इन्हीं दोनो में माना जा रहा। ऐसे में दोनो पार्टियां आमने-सामने आ गई हैं।

इधर भाजपा भी समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को अन्य की अपेक्षा अपना प्रमुख प्रतिद्वंदी मानकर चल रही है। तभी तो वह अखिलेश को कभी परिवारवाद तो कभी अन्य बातों से घेरने का प्रयास कर रही है। कन्नौज की कथित महिलाओं का एक वीडियो क्लिप ट्वीट करते हुए भाजपा के ट्वीटर हैंडल से अखिलेश पर हमला बोला गया है।

इससे पहले गुरूवार 14 अक्टूबर को बीजेपी और सपा के बीच पोस्टर वॉर शुरू होता देखा गया। चुनावी सीजन में बीजेपी ने पहले अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें गुमशुदा सांसद बताते हुए ट्वीटर पर पोस्टर शेयर किया था। वहीं अब सपा की तरफ से पलटवार करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को लापता करार दे दिया गया है।

बता दें कि, यूपी बीजेपी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम और तस्वीर के साथ लापता का पोस्टर जारी किया। नीचे उनका काम दिनभर एसी में बैठे हुए ट्विटर की चिड़िया उड़ाना बताया गया। वहीं आरोप में संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ से गायब रहना लिखा गया। ट्वीट के साथ ही लिखा गया, 'आज ही इन्हें ट्विटर पर 'रामनवमी' की शुभकामनाएं देते पाया गया था। कोई जानकारी मिलने पर।'

वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के इस पोस्टर पर पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी के मीडिया सलाहकार आशीष यादव ने सीएम योगी के पोस्टर के साथ ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि 'महाराज जी कहां हो? यूपी का विकास साढ़े चार साल से आपका पता पूछ रहा है।'

समाजवादी पार्टी की तरफ से जारी इन पोस्टरों में सीएम योगी का काम महज सपा के कामों का फीता काटना और नाम बदलना लिखा गया है। आरोप यह भी लगाया गया है कि अपने मुख्यमंत्रित्व दायित्वों को नकार कर प्रदेश की पीड़ित जनता को राम भरोसे छोड़ दिया है, योगी आदित्यनाथ ने।

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