Bihar News: बेटी ने जन्म लिया तो दुखी पिता ने तालाब में लगाई छलांग
(अस्पताल में नवजात बच्ची को गोद में लिए मां और आशा कर्मी) Picture Courtsey: NT
Bihar News(जनज्वार): सरकार की ओर से बेटियों के लिए कई तरह की योजनाएं लाई गईं। जन्म से लेकर पढ़ाई लिखाई और शादी तक में सरकार बेटी के मां-बाप को आर्थिक सहायता देते हैं। बावजूद इसके समाज में आज भी एक तबका ऐसा है जो बेटियों को सिर्फ बोझ समझा जाता है। ताजा मामला बिहार के बगहा का है जहां एक पिता को चौथी संतान के रुप में बेटी हुई तो पिता ने नाराज होकर तालाब में छलांग लगा दी।
बताया जाता है कि बिहार के बगहा के शास्त्रीनगर पोखरा टोला के प्रदीप सहनी की पत्नी रीता देवी ने बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। महिला की पहले से तीन बेटियां हैं। महिला द्वारा बेटी को जन्म देने के बाद ससुराल वालों ने अस्पताल में ही हंगामा शुरु कर दिया। सबको उम्मीद थी की इस बार उसे बेटा होगा। लेकिन बेटी हुई। इधर बच्ची की मां अपने पति की राह देखती रही। लेकिन बच्ची के जन्म के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी महिला का पति बच्ची को लेने अस्पताल नहीं आया।
आशा कर्मी ने बच्ची के जन्म की सूचना प्रदीप सहनी को दी। बच्ची के जन्म की खबर सुनकर पिता इतना आहत हुआ कि उसने गांव के तालाब में छलांग लगा दी। हालांकि स्थानीय लोगों ने उसे समय रहते बचा लिया। फिर महिला के पति और उसकी सास ने नवजात बच्ची को घर लाने से ही मना कर दिया। बताया जाता है कि महिला की पहले से तीन बेटियां है। घर वालों को बेटा होने की उम्मीद थी। अब दंपत्ती की कुल चार बेटियां हैं।
पति और ससुराल वालों के इस रवैये से परेशान बच्ची की मां ने पति और सास को भरोसा दिलाया कि वह अपने बच्ची का पालन पोषण खुद करेगी। इधर अस्पताल प्रशासन ने भी महिला के ससुराल वालों को फटकार लगाई तब जाकर मामला सुलझ पाया। अस्पताल में पीड़िता के साथ आई आशा कर्मी पुष्पा देवी ने बताया कि बेटी होने की जानकारी पाकर प्रदीप सहनी गांव के तालाब में जाकर कूद गया और आत्महत्या करने की कोशिश की। गांव के लोगों ने उसे बचा लिया है।
आशा कर्मी ने बताया कि महिला का पति बार-बार उसे यह धमकी दे रहा था कि अगर नवजात बच्ची उसके घर आ गई तो उसे जान से मार देगा। इसके बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा रीता देवी की सास और उसके पति को समझाया गया। तब पति और सास महिला और नवजात बच्ची को घर ले जाने को तैयार हुए।