पत्नी कहती रही दिवाली है, माफ कर दो साहब, लेकिन बिधनू पुलिस ने दलित राजेंद्र को कस्टडी में मार डाला
पत्नी कहती रही दिवाली है, माफ़ कर दो साहब, लेकिन बिधनू police ने दलित राजेंद्र क़ो कस्टडी में मार डाला
Kanpur News : यूपी के कानपुर में पुलिस हिरासत में राजेंद्र कठेरिया की मौत के मामले में बिधनू पुलिस का बड़ा खेल सामने आया है। मृतक की जो तहरीर पुलिस के खिलाफ थी, उस पर केस नहीं दर्ज किया। पुलिस ने अपनी गर्दन बचाने के लिए तहरीर बदलवाई और हत्या का केस मृतक के भाई पर ही दर्ज कर लिया।
जिन पुलिसकर्मियों पर मारपीट कर हत्या कराने का आरोप परिजनों ने लगाया है, उनको बचाने के लिए अब जिले के अफसर जुट गए हैं। पुलिस के इस खेल के विरोध में दर्जनों लोगों ने सोमवार को थाने का घेराव भी किया। परिजनों के मुताबिक राजेंद्र का अपने भाई बबलू से रात को विवाद हुआ था।
रात करीब 11 बजे पुलिसकर्मी वहां पहुंचे थे। पहले वहां पर राजेंद्र को पीटा और फिर थाने ले आए थे। कुछ देर बाद राजेंद्र की तबीयत बिगड़ी और फिर मौत हो गई। राजेंद्र के बेटे रजत ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने इस तहरीर पर केस दर्ज नहीं किया।
यूपी के कानपुर में दलित राजेंद्र की पुलिस कस्टडी में मौत
— Nigar Parveen (@NigarNawab) October 24, 2022
पत्नी दिवाली में भीख मांगती रही, छोड़ दीजिए साहब. माफ कर दीजिए
परिवार का आरोप- पुलिस ने घर में घुसकर बेरहमी से पीटा, पुलिस मना कर रही है
फिर मौत हुई कैसे ? जब जांच करने वाले ही हत्यारोपी हों तो जांच कौन करेगा ?
इसके बाद में एक तहरीर बबलू पर हत्या का आरोप लगाकर लिखाई गई। इस पर राजेंद्र की पत्नी सुनीता का अंगूठा लगवा लिया गया। इस तहरीर पर केस दर्ज कर लिया। बता दें कि मामले की जांच आईजी रेंज को दी गई है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
हम बेहोश थे, पुलिस वालों ने अंगूठा लगवा लिया
राजेंद्र की पत्नी सुनीता ने कहा कि पुलिस वालों ने उनके पति की हत्या की है। उनके बेटे ने तहरीर भी दी लेकिन उस पर एफआईआर दर्ज नहीं की। बाद में पुलिस वालों ने खुद एक तहरीर लिखी। उस पर उनका अंगूठा लगवा लिया। सुनीता का कहना है कि वह रोते-रोते बेहोश हो गई थी, तब पुलिस ने अंगूठा लगवाया।
पिता ने कहा था, बहुत मारा है
मृतक के बेटे रजत के मुताबिक देर रात को थाने में पिता राजेंद्र से मिलने गया था। राजेंद्र ने उससे कहा था कि पुलिस वालों ने बहुत मारा है। पिटाई के बाद से सीने में दर्द हो रहा है। जब इस बारे में उसने पुलिस वालों को बताया तो कोई दवा खिला दी। इसके बाद हालत और बिगड़ती गई। कुछ घंटों बाद राजेंद्र की मौत हो गई।
मामले को दबाने में जुटे रहे अफसर
आउटर पुलिस मामले को दबाने में जुटी रही। जब सोशल मीडिया पर मामले ने तूल पकड़ा तो एसपी आउटर ने दोपहर बाद बयान जारी किया। इसमें उन्होंने पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दी। अब सवाल है कि मामूली विवाद के बाद राजेंद्र पुलिस की हिरासत में था, तो उसके भाई ने उनकी हत्या कैसे कर दी।
UP News : बता दें कि बिधनू में रविवार देर रात पुलिस हिरासत में एक अनुसूचित जाति के अधेड़ राजेंद्र कठेरिया की मौत हो गई। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई, लेकिन पुलिस ने तहरीर में खेल कर मृतक के भाई के खिलाफ ही हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।