अरुणाचल के लोगों पर नस्लीय टिप्पणी करने पर पंजाब का यूट्यूबर गिरफ्तार, मां ने गिड़गिड़ाकर मांगी माफी
(यूट्यूबर पारस कुमार ने रविवार 23 मई को पोस्ट किए गए अपने एक वीडियो में "एरिंग को एक गैर-भारतीय और अरुणाचल प्रदेश को चीन का एक हिस्सा" करार दिया)
जनज्वार ब्यूरो/चंडीगढ़। पंजाब के एक यूट्यूबर पारस कुमार के खिलाफ अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सांसद और मौजूदा कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग के खिलाफ जातीय टिप्पणी करने, अरुणाचल प्रदेश के लोगों के प्रति दुर्भावना और नफरत का मामला दर्ज किया गया है। पारस कुमार की माता ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर बताया कि उसके बेटे को पंजाब स्थित उसके घर से कुछ लोग उठा कर ले गए हैं। उसने बताया कि वह पुलिस के कर्मचारी बता रहे थे। पारस कुमार की माता ने अपने बेटे की गलती पर माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि उसे माफ कर दिया जाए। उसने अनजाने में यह गलती की है।
इससे पहले पारस कुमार ने भी अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो जारी कर माफी मांगी थी। उसने कहा था कि गलती हो गई, उसने कहा था कि वह मान रहा है कि उससे गलती हुई। उसने बताया कि वह शर्मिंदा है, यह भी वादा किया कि आगे से ध्यान रखूंगा कि इस तरह की गलती न करूं। उसने यह भी कहा कि इस वीडियो को देख कर जिन्हें भी बुरा लगा, उनसे माफी मांगता हूं। उसने कहा कि उसे नहीं पता था कि ऐसे शब्दों का प्रयोग करने से लोगों को बुरा लग सकता है। वह बार बार माफी मांग रहा है।
वीडियो में पारस कुमार ने बताया कि वह तीन साल से वीडियो बना रहा है, वह बच्चा है। पारस कुमार ने अपने यूट्यूब चैनल पर अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सांसद और मौजूदा कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग के खिलाफ जातीय टिप्पणी की थी। पारस विधायक से इसलिए नाराज है,क्योंकि विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पबजी खेल के भारतीय वर्जिन बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया के विरोध जताया था। एरिंग ने अपने पत्र में तर्क दिया था कि खेल का उद्देश्य सरकार और नागरिकों को धोखा देना है। इसकी आड़ में डेटा जुटा कर इसे विदेशी कंपनियों और चीनी सरकार को दिया जा सकता है। उन्होंने खेल को एक चाल बताया था।
Requested @PMOIndia @narendramodi ji to not allow Chinese deception #BattlegroundsMobileIndia. It is a big threat to security of India & privacy of our citizens and a way to circumvent & disregard our laws.@AmitShah #IndiaBanBattlegrounds #NationFirst #AatmaNirbharBharat @ANI pic.twitter.com/H8nzUJ4aRk
— Ninong Ering (@ninong_erring) May 22, 2021
विधायक के पत्र से पारस कुमार इतने खफा हुए कि उन्होंने इसके विरोध में यूट्यूब पर एक पोस्ट बनाई। इसमें निनॉन्ग एरिंग की ओर से पीएम को लिखे गए पत्र पर उन्हें काफी भला बुरा बोल दिया।
पारस ने उनके ट्वीट से उनकी फोटो लेकर कहां कि , यह भारतीय नहीं लग रहे हैं। अब शायद अरुणाचल प्रदेश के बंदे लगते ही नहीं, उसने इनके नाम पर भी आपत्ति भी जताई। बोला कि वह यह नाम भी पढ़ नहीं पा रहा है। उसने कहा कि भारत के नक्शे पर अरुणाचल प्रदेश दिख क्यों नहीं रहा। यह तो चाइना की साइड में लग रहा है, ऐसा लग रहा है कि यह चाइना के साथ है, इंडिया में आता है। लेकिन यह इतनी दूर से पीएम मोदी को ट्वीट कर रहे हैं।
पारस कुमार के इस वीडियो का अरूणाचल प्रदेश में बहुत विरोध हुआ। उस पर नस्लीय अपशब्दों का इस्तेमाल और लोगों के प्रति दुर्भावना और घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया। उसके खिलाफ अरुणाचल प्रदेश में मामला दर्ज कर लिया है।
अरुणाचल प्रदेश पुलिस की एक टीम मंगलवार को पंजाब के लुधियाना के लिए रवाना हो गई है। अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक आरपी उपाध्याय ने बताया कि पंजाब पुलिस ने पारस कुमार के घर का पता लगा लिया है। उसे जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ईस्टमोजो वेबसाइट से बातचीत करते हुए अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए / 153 ए / 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "अरुणाचल प्रदेश के लोगों के प्रति दुर्भावना और घृणा को भड़काने वाले वीडियो के आधार पर, अरूणाचल पुलिस ने पहले ही कार्रवाई शुरू कर दी है।" सीएम ने कहा कि अधिकारियों द्वारा यूट्यूबर के सोशल मीडिया अकाउंट्स की गतिविधियों के बारे में डिटेल के लिए पूरी तरह से जांच की जा रही है।
Based on the video that aims at inciting ill will and hatred towards the people of Arunachal Pradesh, @ArunachalPolice has already initiated action as under:-
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) May 24, 2021
📌A case under has been registered against Mr. Paras u/s 124A/ 153A/ 505(2) IPC. https://t.co/JVhuv6TBl1
इस बीच, राज्य के कई संगठनों ने विधायक निनॉन्ग एरिंग और अरुणाचल प्रदेश के लोगों पर पारस सिंह की टिप्पणी की निंदा की है। अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी ने कहा, "एक साथी भारतीय के इस तरह के बयानों ने देश के पूर्वी हिस्से में रहने वाले लोगों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।"
"यह पहली बार नहीं है जब हमारे खिलाफ इस तरह की नस्लवादी टिप्पणी की गई है, लेकिन इस बार तो सारी हद पार कर दी गई है।। ऐसे लोगों को कानून की उचित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के वीडियो बनाने की हिम्मत किसी में न हो।"
ऑल न्याशी यूथ एसोसिएशन (एएनवाईए) ने कहा कि कुमार के गैर-जिम्मेदार और राष्ट्र-विरोधी बयान ने विशेष रूप से अरुणाचल के लोगों और पूरे देश की भावनाओं को बहुत आहत किया है।
"अन्या के अध्यक्ष ब्याबांग जोरम ने एक बयान में कहा कि पारस कुमार ने "उन्होंने भारतीय क्षेत्र को विदेशी भूमि के रूप में चित्रित करके भारतीय मानचित्र का भी अनादर किया जो असहनीय और नाकाबिले बर्दाश्त है। हम भारत सरकार से उन्हें देशद्रोही घोषित करने की अपील करते हैं। चंडीगढ़ के अरुणाचल छात्र संघ ने भी पारस कुमार के खिलाफ शिकायत दी है।
इस मामले में पंजाब की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई हैं। पंजाब के डीजीपी कार्यालय से इस मामले को लेकर जब संपर्क किया तो वहां से किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया गया। पंजाब पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि पारस कुमार की उम्र की जांच चल रही है, पहले यह पता चल जाए कि उसकी उम्र कितनी है। इसके बाद मामले पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
यदि वह नाबालिग होगा तो उसके खिलाफ जुवेनाइल कोर्ट में मामला चलाया जाएगा। उसे अरुणाचल पुलिस को सौंपा जाए या फिर मामला यहां चलाया जाए,यह कोर्ट तय करेगा।