महिला ग्राम प्रधान की दादागिरी, पीड़ित की जमीन पर नोटिस लगाकर पूछा आपको निर्माण कराने का अधिकार कैसे प्राप्त हुआ
(प्रधान पति अजय वर्मा ने बताया कि आबादी की जमीन पर बना अवैध निर्माण है और ये बाहरी व्यक्ति है। जिस पर राजस्व प्रशासन के कहने पर नोटिस लगाई गई है)
जनज्वार डेस्क। उत्तर प्रदेश के बाराबांकी में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान द्वारा पद के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक ग्राम प्रधान ने नियमों को ताक पर रखकर सड़क किनारे बेशकीमती आवासीय भूमि पर बने निर्माणाधीन परिसर पर एक नोटिस चस्पा कर दिया जिसमें बकायदा वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दे डाली। इसके बाद पीड़ित ने शनिवार 12 जून को मुख्यमंत्री और डीएम को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
खबरों के मुताबिक यह मामला नवाबगंज तहसील के सफदरगंज ग्राम पंचायत का है। जहां भूमि गाटा संख्या -594 पर बने निर्माणाधीन परिसर में महिला ग्राम प्रधान रामलली ने नोटिस लगवाया है। इस नोटिस में जमीन के मालिक से कहा गया है कि आप बाहर के निवासी हैं, आपको निर्माण कराने का अधिकार कैसे प्राप्त हुआ। यही नहीं तीन दिनों के भीतर साक्ष्य प्रस्तुत न करने पर वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी भी दे डाली।
वहीं उस्मान सिद्दीकी ने बताया कि भूमि 2014 में योगेंद्र कुमार झुंनझुंनवाला खरीदी थी। जिसको 1951 में इकबाल हुसैन से योगेंद्र कुमार झुंनझुंनवाला ने यह भूमि जगदीश से बैनामा कराई थी। ये आबादी की जमीन है, जिस पर पूर्व में प्रधान ने कब्जा करने का प्रयास किया था। जिसकी 2013 में दर्ज शिकायत संख्या 10376 को प्रशासन निस्तारण किया गया था। जिसमें जिला प्रशासन ने जांच कर 4 जनवरी 2014 को खारिज कर दिया था और योगेंद्र कुमार के पक्ष में रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जोकि योगेंद्र कुमार ने पावर ऑफ अटर्नी के तहत 5 मार्च 2014 को बंकी कस्बा निवासी उस्मान सिद्दीकी को दी थी। उस्मान ने बताया कि मुख्य सड़क के नजदीक होने से बढ़ी जमीन की कीमत के चलते प्रधान पति अपनी दबंगई के बल पर जबरन अवैध वसूली लेना चाहते हैं, जिसको देने से मना करने पर भूमि कब्जा करने की नीयत से नोटिस लगा दिया है।
उधर प्रधान पति अजय वर्मा ने बताया कि आबादी की जमीन पर बना अवैध निर्माण है और ये बाहरी व्यक्ति है। जिस पर राजस्व प्रशासन के कहने पर नोटिस लगाई गई है। वहीं, नोटिस और निर्माण के गिराने की धमकी से परेशान पीड़ित उस्मान ने शासन-प्रशासन और मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर कार्रवाई की मांग की है।
नवाबगंज तहसील के अधिकारियों का कहना है कि नोटिस का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। वहीं, इलाके के लेखपाल मयंक तिवारी ने बताया कि आबादी की जमीन का मामला है। ग्राम प्रधान के द्वारा कागज मंगवाने के लिए नोटिस भिजवाई है। इसमें हमारा कोई रोल नहीं है।