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Goa Election 2022 Results : क्या गोवा में तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की मौजूदगी ने बना दी भाजपा की राह आसान?
Goa Election 2022 Results Live : BJP के खाते में 40 में से 20 सीटें आती दिख रही हैं।
Goa Election 2022 Results : गोवा (Goa) के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि बीजेपी (BJP) लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के नेतृत्व में बीजेपी (BJP) ने 2000 में पहली बार गोवा में सरकार बनाई थी और 4 साल 101 दिन सत्ता में रही। इसके बाद पर्रिकर की लीडरशिप में ही 2012 और 2017 में भी बीजेपी ने सरकार बनाई। यह पहला मौका था, जब पर्रिकर के बिना बीजेपी मैदान में थी। हालांकि इस बार उनके बेटे उत्पल पर्रिकर (Utpal Parrikar) टिकट नहीं मिलने पर खुद भाजपा के खिलाफ चुनाव मैदान में थे। हालांकि वे गोवा की पणजी सीट से चुनाव हार गए हैं।
देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में बीजेपी की सरकार बनना लगभग तय हो गया है। BJP के खाते में 40 में से 20 सीटें आती दिख रही हैं। इनमें से 9 सीटें जीत चुकी है और 11 पर आगे चल रही है। गोवा में बहुमत का आंकड़ा 21 है। बीजेपी निर्दलीय प्रत्याशियों को पार्टी में शामिल करके आसानी से सरकार बनाने की स्थिति में है। कुछ सीटों पर बीजेपी की जीत का अंतर 500 वोटों का भी नहीं है। इससे इस बात के साफ संकेत मिलते हैं कि, एंटी बीजेपी वोट विपक्षी पार्टियों के बीच बंट गए, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला।
गोवा में ऐसी पहली बार होगा कि बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाएगी। 2012 और 2017 में पार्टी ने मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाई थी। इस बार कहा जा रहा था कि पर्रिकर के बिना बीजेपी के लिए सरकार बनाना मुश्किल हो जाएगा, लेकिन पार्टी ने 2017 से भी अच्छा प्रदर्शन किया।
ममता की तृणमूल कांग्रेस ने MGP के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। वहीं केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 40 में से 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इन दोनों दलों ने कांग्रेस के वोट में सेंधमारी की। फायदा बीजेपी को मिला। सीनियर जर्नलिस्ट किशोर नाइक गांवकर कहते हैं कि नतीजे देखकर साफ पता चल रहा है कि बीजेपी के खिलाफ जो वोट थे, वो विपक्षी पार्टियों में बंट गए। अगर तृणमूल और आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में नहीं होते और विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर लड़ती तो शायद वे बीजेपी को कड़ा मुकाबला दे सकते थे।
नतीजे देखकर पता चलता है कि बीजेपी में कांग्रेस से जो विधायक आए थे, उससे पार्टी कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हुई। 2017 में कांग्रेस के 17 विधायक जीते थे और बीजेपी के 13 विधायक जीते थे। हालांकि छोटे दलों से गठजोड़ कर बीजेपी ने सरकार बना ली। धीरे-धीरे कांग्रेस के जीते हुए विधायक बीजेपी में शामिल हुए और चुनाव के पहले कांग्रेस के पास सिर्फ 2 विधायक रह गए थे। अधिकतर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
गोवा के एक वरिष्ठ स्थानीय पत्रकार कहते हैं कि गोवा में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में मुकाबला था। गोवा में बन रहे मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को खूब प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि इसके आसपास की पूरी जमीनें नेता खरीद चुके हैं। अब वे यहां डेवलपमेंट करके करोड़पति बनेंगे। बाहरी इन्वेस्टमेंट आने के चलते गोवा में जमीनों की कीमतें आसमान छू रही हैं। गोअन के लिए जमीनें खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। दिल्ली-मुंबई के बिजनेसमैन यहां आकर इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।
दिवंगत बीजेपी नेता मनोहर पर्रिकर के बाद यह पार्टी का गोवा में पहला चुनाव था। सीएम प्रमोद सावंत के सामने बीजेपी के ही कई नेताओं ने बगावत कर रखी थी। अब पार्टी को मिली इस जीत से सीएम सावंत को ताकत मिलनी तय है। वो पहले से भी ज्यादा मजबूत होंगे। उन्हें घेरने वालों की मंत्रिमंडल से विदाई भी हो सकती है।