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Abhinandan Pathak UP Election 2022 : मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक इस सीट से लड़ रहे चुनाव, खीरा बेचकर ऐसे गुजार रहे अपना जीवन
(पीएम नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक)
Abhinandan Pathak UP Election 2022 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक (Abhinandan Pathak) भी इस बार विधानसभा चुनाव में ताल ठोकेंगे। सहारनपुर निवासी अभिनंदन पाठक लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट (Sarojani Nagar Seat) से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। अभिनंदन पाठक के मुताबिक उन्होंने भाजपा (BJP) से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बता दें कि 56 वर्षीय अभिनंदन पाठक साल 2014 में सुर्खियों में आए थे, तब लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया था और उनके वोट भी मांगे थे। हालांकि कुछ वर्षों बाद उनका भाजपा से मोहभंग भी हुआ और वह कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिले थे। हालांकि इन दिनों फिर से वह भाजपा का समर्थन कर रहे थे।
पाठक (Abhinandan Pathak UP Election 2022) ने टिकट की मांग को लेकर कहा कि मैंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से पत्र के जरिए टिकट की मांग की थी लेकिन मेरे पत्र पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। खुद को मोदीभक्त बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा मुझे अनदेखा कर सकती है लेकिन मैं चुनाव जरूर लड़ूंगा।
अभिनंदन पाठक ने सरोजनी नगर सीट से भाजपा से टिकट मांगा है लेकिन यह सीट लखनऊ की सबसे प्रतिष्ठित सीटों में से एक मानी जाती है। पाठक का मानना है कि वो चुनाव में जीत दर्ज करेंगे। वो चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ फिर से यूपी के मुख्यमंत्री बनें। उनका कहना है कि पीएम मोदी और सीएम योगी एक सिक्के के दो पहलू हैं। उनका जैसा जुनून है, उसकी मैं प्रशंसा करता हूं। वो जनता के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं।
पाठक के मुताबिक इससे पहले भी उन्होंने भाजपा से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने उनकी मांग को खारिज कर दिया था। उनका आरोप है कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की मदद के लिए उन्होंने राज्य की यात्रा की। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उन्हें हल्के में लिया और मजाक उड़ाया।
पाठक के मुताबिक छत्तीसगढ़ भाजपा ने उन्हें यात्रा के दौरान रहने की भी जगह नहीं दी। बता दें कि आर्थिक सहयोग न देने के चलते पाठक की पत्नी मीरा पाठक ने तलाक लेने की अर्जी दी थी। तलाक के बाद वो अपने जीवन यापन के लिए ट्रेनों में खीरा बेचते हैं। उनके कुछ छह बच्चे हैं जिसमें से तीन बेटियां हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी के बाद जब से मैंने घर छोड़ा उसके बाद से मेरी पत्नी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैं एक राजनेता बनना चाहता हूं और समुदाय की सेवा करना चाहता हूं।