गनी और जेलेंस्की का फर्क : अमेरिका के ऑफर पर बोले राष्ट्रपति- देश से गद्दारी नहीं, आखिरी सांस तक लड़ूंगा
Russia Ukraine War: 15 अगस्त, 2021 को जब अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) ने हमला किया था, तो राष्ट्रपति अशरफ गनी सबसे पहले देश छोड़कर भाग निकले थे। उन्हें यूएई ने शरण दी थी। लेकिन दूसरी तरफ यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की हैं। जिन्होंने यह जानते हुए भी घुटने टेकने से इंकार कर दिया है कि, उनकी सेना ज्यादा देर तक रूस को रोक कर नहीं रख पाएगी।
GOOSEBUMPS !
— Vinod Kapri (@vinodkapri) February 26, 2022
"मैंने किसी को सरेंडर के लिए नहीं कहा।मैं यहीं हूँ।आप सब के साथ।हम हथियार नहीं छोड़ रहे।हम हर हाल में देश की रक्षा करेंगे।"
-Volodomyr Zelenskyy
ऐसे होते हैं असली लीडर।ना कि महज़ नारेबाज़ी से डर कर अफ़वाह फैला दें कि "मैं ज़िंदा लौट पाया"
pic.twitter.com/eIfUZTlFoV
जेलेंस्की ने यूक्रेन की हिफाजत के लिए अमेरिका के आए उस ऑफर को भी ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें सुरक्षित निकालने की पेशकश की गई थी। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने रूसी हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की को देश से निकालने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, जेलेंस्की ने इसके लिए मना कर दिया है।
अमेरिका ने दिया था ये प्रस्ताव
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेकश विलियम जे.बर्न्स ने जनवरी में जेलेंस्की से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चेतावनी दी थी। इसके बाद रूस की ओर से हुआ घटनाक्रम तेजी से बढ़ा और अब कीव पर कब्जे की लड़ाई अंतिम चरण तक आ पहुंची है। इस लड़ाई के बीच अमेरिकी सरकार की ओर से कहा गया है कि, अमेरिका जेलेंस्की को कभी भी यूक्रेन से निकालने के लिए तैयार है। ताकि, उनको रूसी सैनिकों द्वारा पकड़े जाने या मारे जाने से बचाया जा सके।
जेलेंस्की ने साझा किया वीडियो
अमेरिका की ओर से इस प्रस्ताव के बीच जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने संदेश दिया है, कि वह यूक्रेन की आजादी के लिए अंत तक लड़ेंगे। वीडियो में वह कहते हैं कि, हम सब यहां हैं। हमारी सेना यहां है। सभी नागरिक यहां हैं। हम सब यहां अपनी आजादी, अपने देश की रक्षा कर रहे हैं, और इसी तरह करते रहेंगे।
जेलेंस्की हैं टारगेट
जेलेंस्की ने इस वीडियो से पहले भी एक वीडियो जारी किया था, कि वह रूसी सैनिकों की हिट लिस्ट में हैं और टारगेट नंबर वन हैं। वह आगे कहते हैं कि टारगेट नंबर टू उनका परिवार है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने पहले ही जेलेंस्की को आगाह कर दिया था कि वह टारगेट पर हैं और जनवरी से ही रूसी हिट टीमें यूक्रेन में थीं।