व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद कोलम्बिया के दक्षिणपंथी राष्ट्रपति को वापस लेने पड़े टैक्स रिफॉर्म्स
जनज्वार डेस्क। दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान ड्यूक ने एक विवादास्पद कर सुधार प्रस्ताव (Tax Reform Proposal) को वापस लेने का फैसला किया है। इस प्रस्ताव के खिलाफ देशभर की सड़कों पर हजारों लोग कुछ दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे।
रविवार को एक वीडियो जारी कर राष्ट्रपति ड्यूक ने कहा कि वह कांग्रेस से वित्त मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित कानून को वापस लेने और तत्काल अनिश्चितता से बचने के लिए आम सहमति का एक नया कानून बनाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहेंगे।
कोलंबिया की दक्षिणपंथी सरकार ने जोर देते हुए कहा था कि प्रस्तावित सुधार कोलंबिया की आर्थिकी को स्थिर करने, क्रेटिड रेटिंग को बनाए रखने और सामाजिक कार्यक्रमों की फंडिंग करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस प्रस्ताव के खिलाफ देश की जनता ने व्यापक आक्रोश जताया।
इस योजना में नागरिकों और व्यापार मालिकों पर नए या विस्तारित कर शामिल थे, साथ ही साथ फूड और जरूरी वस्तुओं पर बिक्री कर का स्तर बराबर करना था।
लेकिन पहले से ही एक कोरोनोवायरस-संबंधी आर्थिक मंदी के चलते संघर्ष कर रहे कई श्रमिक वर्गों ने कहा कि उन्हें इन सुधारों से नुकसान होगा और बहुत मुश्किलें बढ़ेंगी।
बुधवार को राजधानी बोगोटा में प्रदर्शन के दौरान एक शिक्षक ने कहा, "हम कर सुधारों के लिए 'नहीं' कहने के लिए यहां आए हैं। वे हम गरीब लोगों को लूट रहे हैं, जबकि वे अमीरों को सब कुछ देते हैं।"
ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा कि उसने विरोध प्रदर्शनों से संबंधित छह मौतों की पुष्टि की है। ह्यूमन राइट्स वॉच के अमेरिका डिवीजन के कार्यकारी निदेशक जोस मिगुएल विवान्को ने ट्वीट कर कहा, मैं मानवाधिकारों के सम्मान के लिए प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों से शांति बनाए रखने की अपील को दोहराता हूं।
Mi enorme preocupación por la situación en Colombia.
— José Miguel Vivanco (@JMVivancoHRW) May 2, 2021
Reitero mi llamado urgente a que la protesta sea pacífica y las fuerzas de seguridad respeten los DDHH.
Hemos podido confirmar 6 muertes relacionadas con las protestas:
इससे पहले ड्यूक ने शुक्रवार को कहा था कि विवादास्पद सुधार को संशोधित किया जाएगा, लेकिन यह पूरी तरह से वापस नहीं लिया जाएगा।
अल जज़ीरा के एलेसेंड्रो रामपिट्टी ने बोगोटा से सूचना दी कि रविवार को दक्षिणपंथी राष्ट्रपति की घोषणा "प्रदर्शनकारियों के लिए एक बड़ी जीत है।" यह दिखाता है कि इस बिंदु पर इवान ड्यूक की सरकार कितनी कमजोर है।
रामपिट्टी ने कहा ड्यूक कमरे से बाहर पैंतरेबाजी के लिए चले गए थे और राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़ गए थे।
सांसदों और पार्टियों ने इस सुधार का व्यापक विरोध किया, यहां तक उन्होंने भी जो सरकार और उनकी पार्टी के भीतर गठबंधन बनाते हैं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि आखिरकार इस सुधार को वापस लेने के अलावा उनके पास अन्य बहुत सारी संभावनाएं थीं।