Covid 19 वैक्सीन पेटेंट विवाद में आमने-सामने कई कंपनियां, फाइजर और बायोएनटेक पर मॉडर्ना ने किया केस
Covid 19 वैक्सीन पेटेंट विवाद में आमने-सामने कई कंपनियां, फाइजर और बायोएनटेक पर मॉडर्ना ने किया केस
Covid 19 Vaccine : कोविड वैक्सीन पेटेंट को लेकर तीन दिग्गज कंपनियों में बड़े विवाद की खबर सामने आई है। मॉडर्ना इंक (Moderna Inc.) ने कहा है कि वह फाइजर इंक और बायोएनटेक एसई पर मुकदमा कर रही है। दरअसल कोविड-19 वैक्सीन बनाने वाली कंपनी मॉडर्ना ने फाइजर पर और जर्मन दवा विनिर्माता बायोएनटेक पर अपने टीके बनाने के लिए उसकी टेक्नोलॉजी की नकल करने का आरोप लगाया है। इसी मुद्दे को लेकर कंपनी ने इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
अमेरिका के संघीय अदालत और जर्मनी की अदालत में केस दर्ज
मॉडर्ना ने शुक्रवार को कहा कि फाइजर और बायोएनटेक का टीका कोमिरनटी उन पेटेंट का उल्लंघन करता है, जिसके लिए मॉडर्ना ने कई साल आवेदन जमा किए थे। मॉडर्ना का कहना है कि उसने अपने एहतियाती टीके स्पाइकवैक्स की टेक्नोलॉजी को संरक्षित करते हुए आवेदन जमा किए थे, जिसकी इन कंपनियों ने नकल कर ली। कंपनी ने अमेरिका की संघीय अदालत और जर्मनी की एक अदालत में मुकदमा दायर किया है। फाइजर की एक प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि कंपनी को मुकदमे की प्रति नहीं मिली है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी ने जारी किया बयान
बता दें कि मॉडर्ना और फाइजर के कोरोना वायरस रोधी दो खुराक वाले टीकों में एमआरएनए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। मॉडर्ना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीफन बांसेल ने एक बयान में कहा है कि कंपनी ने इस तकनीक को इजाद किया था और इसके लिए अरबों डॉलर का निवेश किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी ने कहा है कि उसका मानना है कि प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के टीके उन पेटेंट का उल्लंघन करते हैं, जिनके लिए मॉडर्ना ने 2010 और 2016 के बीच आवेदन किया था।
फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की कोरोना वायरस के खिलाफ इम्युनिटी
बता दें कि एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन सालों तक आपको कोरोना वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी दे सकती है। स्टडी में कहा गया है कि फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना की कोविड-19 वैक्सीन आपको तब तक कोरोना से सुरक्षा प्रदान कर सकती है, जब तक कोरोना वायरस भयानक म्यूटेशन न कर ले।