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Border Dispute : भारत विरोधी गतिविधियों से बाज आने को तैयार नहीं है चीन, पूर्वी लद्दाख के पास बना रहा है नया हाईवे

Janjwar Desk
14 Dec 2021 3:00 AM GMT
Border Dispute :  भारत विरोधी गतिविधियों से बाज आने को तैयार नहीं है चीन,  पूर्वी लद्दाख के पास बना रहा है नया हाईवे
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India China Border Dispute : चीन ने अब तक हॉट स्प्रिंग्स और डेपसांग मैदानों में कब्जे वाले क्षेत्र से हटने का कोई इरादा नहीं दिखाया है। हालांकि गलवान घाटी, पैंगोंग झील और गोगरा से उसने अपनी शर्तों पर आंशिक रूप से सहमति व्यक्त की है।

India China Border Dispute : चीन की सेना पूर्वी लद्दाख ( East Ladakh ) इलाके में अपनी हरकत से बाज आने को तैयार नहीं है। कनेक्टिविटी और मजबूत करने के लिए चीनी आर्मी ( PLA ) बड़ी संख्या में मिसाइल और रॉकेट रेजिमेंट की तैनाती कर रहा है, साथ ही शेल्टर भी बनाए जा रहे हैं। ड्रैगन की सेना पूर्वी लद्दाख में हाईवे और सड़क का निर्माण भी कर रही है। ठंड की शुरुआत में भारत के खिलाफ अपनी गतिविधि को नए सिरे से तेज कर ड्रैगन ने साफ कर दिया है कि वो अपनी हरकत से बाज नहीं आएगा।

खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना अतिरिक्त राजमार्ग और सड़कें बनाकर अपनी सैन्य चौकियों की संख्या को और बढ़ा रही है। इसके अलावा सीमा पर चीन हथियारों के साथ अपने जवानों की संख्या भी बढ़ा रहा है। इसके लिए सीमा के पास तिब्बती युवाओं को सेना में भर्ती किया जा रहा है। इन्हें वहां सैन्य बेस में हैन टुकड़ियों के साथ तैनात भी किया जा रहा है।

दरअसल, मई 2020 में लद्दाख में कई प्वाइंट्स पर भारतीय और चीनी सेना के बीच गतिरोध शुरू हुआ था। इस गतिरोध को खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य वार्ता भी हुई लेकिन कुछ सुखद नतीजा नहीं निकला। चीन ने अब तक हॉट स्प्रिंग्स और डेपसांग मैदानों में कब्जे वाले क्षेत्र से हटने का कोई इरादा नहीं दिखाया है। हालांकि गलवान घाटी, पैंगोंग झील और गोगरा से उसने अपनी शर्तों पर आंशिक रूप से सहमति व्यक्त की है।

इन क्षेत्रों में दिखा बातचीत का असर

बातचीत का असर केवल गलवान घाटी, पैंगोंग झील और गोगरा में दिखाई दी है, जहां से दोनों सेनाएं समान दूरी से पीछे हट गई हैं। वहीं चीन की चालबाजियों को देखते भारत भी हुए पूरी तरह सतर्क है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भारत की सेना ने चीन की बढ़ती आक्रामकता और गतिविधि को देखते हुए सीमा पर सैन्य क्षमता को बढ़ाया है।

पूर्वी लद्दाख के गतिवरोध वाले क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अब दोनों तरफ से लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं। वहीं भारत की तैयारियों को लेकर रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना सीमा पर 73 सड़कों का निर्माण कर रही है। एकमात्र चिंता यह है कि इस क्षेत्र में चीन के सैन्य बुनियादी ढांचे के तेजी से विस्तार की तुलना में हमारे काम की गति धीमी है। हालांकि, सड़कों के निर्माण के बाद सीमा पर चौकियों पर तेजी से तैनाती और बेहतर रखरखाव हो सकेगा।

एलएसी पर डेढ़ साल से जारी है तनाव

बता दें कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर पिछले डेढ़ साल से भारत और चीन के बीच गतिरोध जारी है। एक तरफ जहां इस तनाव को कम करने को लेकर कई दौर की वार्ता हो चुकी है तो वहीं इन कोशिशों के बीच चीन लगातार अपनी नापाक हरकतों को जारी रख रहा है। चीनी सेना चीन द्वारा भारतीय सीमा पर निर्माण कार्य करने की खबरें इससे पहले भी आती रही हैं।

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