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दुनिया

म्यांमार में तख्तापलट के विरोध में तेज हुई हिंसा, प्रदर्शनकारियों के अलावा आम नागरिकों को भी मार रही सेना

Janjwar Desk
23 March 2021 1:17 PM GMT
म्यांमार में तख्तापलट के विरोध में तेज हुई हिंसा, प्रदर्शनकारियों के अलावा आम नागरिकों को भी मार रही सेना
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गैर-लाभकारी संगठन एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स (एएपीपी) के अनुसार, विरोध-प्रदर्शनों की शुरुआत से अब तक 250 लोग मारे गए हैं और लगभग 2,665 गिरफ्तार किए गए हैं....

जनज्वार। म्यांमार में तख्तापलट के बाद विरोध-प्रदर्शनों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबरों के मुताबिक, 1 फरवरी को सैन्य शासन द्वारा सत्ता पर कब्जा किए जाने के विरोध में प्रदर्शनकारी सड़कों पर फिर से लौट आए हैं। इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है। मीडिया पोर्टल मिजि़मा न्यूज और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सेना की कार्रवाई के कारण सोमवार 22 मार्च को चार लोग मारे गए थे।

समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, मांडले में प्रदर्शन में शामिल 45-वर्षीय क्यूई सो विन ने कहा, "वे न केवल तख्तापलट का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को मार रहे हैं, बल्कि वे हर जगह नागरिकों को भी मार रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि हम आज अपने शहर में विरोध कर रहे हैं, लेकिन हमारा परिवार घर पर सुरक्षित नहीं है।

समाचार पोर्टल म्यांमार नाउ के अनुसार, रविवार 21 मार्च को मांडले में फायरिंग के दौरान पांच प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी। सैनिक बल-प्रयोग के साथ-साथ प्रदर्शनकारियों को रोकने और उन्हें तितर-बितर करने के लिए रेत की थैलियों से बने बैरिकेड भी इस्तेमाल कर रहे थे।

गैर-लाभकारी संगठन एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स (एएपीपी) के अनुसार, विरोध-प्रदर्शनों की शुरुआत से अब तक 250 लोग मारे गए हैं और लगभग 2,665 गिरफ्तार किए गए हैं।

प्रदर्शनकारी पूर्व स्टेट काउंसलर आंग सान सू की की रिहाई की मांग कर रहे हैं, जिन्हें 1 फरवरी को तख्तापलट के बाद बेदखल कर दिया गया था। साथ ही लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अपदस्थ कर दिया गया।

यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने सोमवार को प्रदर्शनकारियों के तख्तापलट और दमन में शामिल 11 व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की।

लक्षित लोगों में से दस सेना के सर्वोच्च रैंक के हैं, जिसमें इसके कमांडर-इन-चीफ मिन आंग लाइंग और उनके डिप्टी, सो विन शामिल हैं।

ट्रेजरी विभाग के अनुसार, अमेरिकी सरकार ने म्यांमार में सैन्य शासन के दो अतिरिक्त सदस्यों पर प्रतिबंध भी लगाए। इन प्रतिबंधों से पुलिस प्रमुख और उप गृह मंत्री थान लाइंग और जनरल आंग सो प्रभावित होते हैं, जो विशेष सैन्य बलों की कमान संभालते हैं।

वाशिंगटन ने तख्तापलट के बाद से म्यांमार के सैन्य नेतृत्व के लगभग एक दर्जन सदस्यों पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें कमांडर मिन आंग लाइंग के दो वयस्क बच्चे भी शामिल हैं।

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