PM Modi G-20 Summit : मोदी ने पोप फ्रांसिस को दिया भारत आने का न्योता, गरीबी और जलवायु परिवर्तन पर की चर्चा
( प्रधानमंत्री मोदी ने वेटिकन सिटी के पोप फ्रांसिस से की मुलाकात)
PM Narendra Modi At G20। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों जी-20 सम्मेलन (G-20 Summit) में शामिल होने के लिए इटली के दौरे पर हैं। आज शनिवार को उन्होंने वेटिकन सिटी के पोप फ्रांसिस (Pop Frances) से मुलाकात की। खबरों के मुताबिक दोनों के बीच केवल बीस मिनट तक के लिए मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने धरती को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जलवायु परिवर्तन से लड़ने और गरीबी को दूर करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पोप फ्रांसिस के साथ बहुत गर्मजोशी से मुलाकात हुई। मुझे उनके साथ कई मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला और उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित किया।
Had a very warm meeting with Pope Francis. I had the opportunity to discuss a wide range of issues with him and also invited him to visit India. @Pontifex pic.twitter.com/QP0If1uJAC
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2021
इससे पहले मोदी ने कल 29 अक्टूबर को इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (Mario Draghi) से मुलाकात की थी। दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बात हुई। इसके अलावा उन्होंने यूरोपीय यूनियन के नेताओं से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और इटली के प्रधानमंत्री द्रागी ने अपनी द्विपक्षीय बैठक के दौरान कार्य योजना द्वारा संबोधित रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया जिसमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए स्वच्छ उर्जा संक्रमण में तेजी लाने का मुद्दा भी शामिल है।
मोदी इटली दौरे के दूसरे दिन आज भी राजधानी रोम में हैं। वह आज जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। जी-20 की बैठक से हटक मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। सिंगापुर के के पीएम से भी उनकी मुलाकात होनी है। इन नेताओं के साथ मोदी वैश्विक, आर्थिक, सामरिक और कोरोना महामारी पर अलग से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत और इटली अपने संबंधित बिजली प्रणालियों में अक्षय उर्जा की बढ़ती मात्रा के लागत प्रभावी एकीकरण पर सहमत हुए एक प्रभावी स्वच्छ संक्रमण के लिए एक प्रमुख संपत्ति के रूप में जो रोजगार पैदा करता है, जीडीपी विकास, उर्जा गरीबी को मिटाते हुए सार्वभौमिक उर्जा पहुंच को मजबूत करता है।