PNB स्कैम में भगोड़ा मेहुल चौकसी गिरफ्तारी से ठीक पहले समुद्र में नष्ट कर रहा था जरूरी दस्तावेज
13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का आरोपी चोकसी जनवरी 2018 में भारत छोड़कर भाग गया था
जनज्वार। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका में तब गिरफ्तार किया गया था, जब वह बहुत जरूरी कागजात समुद्र में बहाकर नष्ट कर रहा था। मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक वह यहां से क्यूबा भागने की फिराक में था। चोकसी को मंगलवार 25 मई की रात को गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब है कि पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल ने येलो नोटिस जारी किया हुआ था और उसको भारत को सौंपने की तैयारियां की जा रही हैं। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी की बातों से भी लग रहा है कि उसे जल्द ही भारत को सौंपा जा सकता है।
मीडिया में आये एंटीगुआ के प्रधानमंत्री के बयान में कहा गया है, 'हमने डोमिनिका से कहा है कि वो गैरकानूनी रूप से डोमिनिका में प्रवेश करने पर मेहुल चोकसी पर कार्रवाई करे और उसे हमें सौंपने के बदले सीधे भारत को सौंप दें।'
CNN-News18 में डोमिनिका पुलिस के हवाले से आये बयान के मुताबिक फिलहाल मेहुल चोकसी डोमिनिका पुलिस की कस्टडी में है। उसे नॉर्थ डोमिनिका के ऐसे इलाके से पकड़ा गया, जहां एक भी एयरपोर्ट नहीं है। माना जा रहा है कि उसने नाव के सहारे ही डोमिनिका में प्रवेश किया था। डोमिका की स्थानीय पुलिस का कहना है कि मेहुल चोकसी को डोमिनिका की राजधानी रोज के कैनफील्ड बीच पर जब देखा गया था, तो वह समु्द्र में कुछ दस्तावेजों को बहा रहा था। उसकी संदिग्ध हरकतों को देखकर पुलिस को शक हुआ और उससे पूछताछ शुरू की। जब पुलिस ने मेहुल चोकसी से डोमिनिका आने के बारे में पूछा तो वह हड़बड़ा गया और कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया।
हालांकि अभी इस बात की जानकारी नहीं मिल पायी है कि मेहुल चोकसी किन जरूरी कागजात को समुद्र में बहा रहा था। अभी तक सामने आयी सूचना के मुताबिक मेहुल चोकसी द्वारा बाये गये दस्तावेजों की तलाश के लिए पेशेवर गोताखोरों को तैनात किया गया है। पुलिसिया पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि मेहुल चोकसी डोमिनिका नाव से आया था और यहां कुछ समय रुकने के बाद वह क्यूबा भागने की फिराक में था।
एंटीगुआ और बरबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने डोमिनिका में पकड़े गए भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत को सौंपने की बात कही है। कहा है कि भारतीय अधिकारी डोमिनिका में उन लोगों के संपर्क में हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले मीडिया में यह खबर वायरल हुयी थी कि भगोड़ा मेहुल चौकसी एंटीगुआ-बारबुडा से अचानक गायब हो गया है। वहां की पुलिस 23 मई से चोकसी की तलाश कर रही थी। चोकसी को अंतिम बार 23 मई की शाम 5.15 बजे देखा गया था। गायब होने के बाद ही चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने येलो नोटिस जारी किया था।
लगभग 13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का आरोपी चोकसी जनवरी 2018 में भारत छोड़कर भाग गया था। बाद में मीडिया में ही यह बात सामने आयी कि भागने से एक साल पहले ही वह 2017 में एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले चुका था। अब पीएनबी घोटाले की जांच कर रही है केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। हालांकि चोकसी तबीयत खराब होने की बात कहकर भारत में पेशी पर आने से इनकार कर चुका है। बता दें कि इस घोटाले का मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी का भांजा नीरव मोदी फिलहाल लंदन की जेल में बंद है। इन दोनों मामा-भांजे के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है।