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Russia Ukraine War : यूएनजीए की बैठक में यूक्रेन ने क्यों कहा - हम नहीं बचे तो नहीं बचेगा UN

Janjwar Desk
1 March 2022 8:40 AM IST
Russia Ukraine War : यूएनजीए की बैठक में यूक्रेन ने क्यों कहा - हम नहीं बचे तो नहीं बचेगा UN
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Russia Ukraine War : रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ इस हमले को रोकना होगा। यूक्रेन ने कहा कि जंग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पागलपन है।

Russia Ukraine War : बेलारूस बॉर्डर पर बाचतीत और संयुक्त राष्ट्र महासभा ( UNGA ) की बैठक में यूक्रेन क्राइसिस ( Ukraine Crisis ) पर चर्चा के बीच दोनों देशों के बीच जंग छठे दिन भी जारी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा की इमरजेंसी सत्र ( UNGA Emergency Meeting ) में कहा गया कि सभी पक्ष तुरंत जंग को रोकने के लिए कदम उठाएं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कहा कि इस मुद्दे पर संयम बरतने की जरूरत है। डिप्लोमेटिक तरीके से संवाद कायम रखकर इस मुद्दे का समाधान निकाला जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस (Antonio Guterres) ने कहा कि शांति ही इस समस्या का समाधान है।

वहीं यूएनजीए ( UNGA ) की बैठक में यूक्रेन ( Ukraine ) ने कहा है कि अगर हम नहीं बचे तो संयुक्त राष्ट्र ( Inited Nation ) नहीं बचेगा। यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा कि अभी तक यूक्रेन के 16 बच्चों समेत 352 लोग मारे गए हैं। युद्ध में मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बम के गोले और मिसाइलें दागी जा रही हैं। रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ इस हमले को रोकना होगा। यूक्रेन ने कहा कि जंग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin ) का पागलपन है।

रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर हमला बोलते हुए यूएन में यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा कि रूस कब संयुक्त राष्ट्र ( UN ) का मेंबर बना? सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस की सदस्यता के लिए किसने कब वोट किया? वहीं रूस ने इस पूरे हालात के लिए यूक्रेन को ही जिम्मेदार ठहराया है। यूक्रेन के यूएनजीए में सभी देशों के प्रतिनिधियों को चेताते हुए कहा कि अगर हम नहीं बचे तो यूएन भी नहीं बचेगा। इस बात को समझने की जरूरत है और रूस तत्काल रोकने की जरूरत है।

रूस का पलटवार

Russia Ukraine War : यूएनजीए की आपात बैठक में रूस के प्रतिनिधि ने कहा कि यूक्रेन और जॉर्जिया की ओर से नाटो ( NATO में शामिल होने के लिए कार्य योजनाएं बनाई जा रही थीं। यूक्रेन नाटो का मेंबर बनने की पूरी कोशिश कर रहा था। पश्चिमी सहयोगी उनकी इसमें मदद कर रहे थे। अमेरिका ( America ) की नीति रूस के खिलाफ यूक्रेन को खड़ा करने की थी। अमेरिका की ये रणनीति थी कि यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाए। रूसी प्रतिनिधी ने कहा कि रूस की ओर से सेल्फ डिफेंस के लिए यूक्रेन के खिलाफ कदम उठाया गया है।

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