हत्या करने के बाद भतीजा बोला, मेरी डायन बड़ी मां खा गयी थी बेटी को इसलिए धारदार हथियार से उतार दिया मौत के घाट
हत्यारे भतीजे को था संदेह उसकी बड़ी मां बेरता कांडिर डायन है और उसने ही जादू टोना कर उसकी बेटी की हत्या की है और पत्नी को किया है बीमार, वह उसकी पत्नी की भी ले लेगी जान, इस डर से उतार दिया मौत के घाट...
जनज्वार। झारखंड में जादू—टोना, डायन—बिसही समेत तमाम तरह के अंधविश्वास के चलते हत्या और और प्रताड़ना के मामले थमने का नाम नहीं रहे हैं। आये दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं, जो विचलित कर देती हैं कि इक्कीसवीं सदी में भी देश का क्या हाला है। जहां इंटरनेट और मोबाइल की पहुंच है, वहां के तो मामले सामने आ जाते हैं, मगर जो पिछड़े क्षेत्र इन सुविधाओं से महरूम हैं वहां की खबरें तो मीडिया में आ तक नहीं पातीं।
अंधविश्वास लोगों में इतना गहरा पैठ चुका है कि इसके लिए लोग अपने खून के रिश्तों का तक कत्ल कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जनपद स्थित बंदगांव थाना क्षेत्र के लुम्बई गांव में सामने आया है, जहां एक बेटे ने डायन के शक में अपनी ही बड़ी मां का कत्ल कर दिया।
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गौरतलब है कि बंदगांव थाना क्षेत्र के लुम्बई गांव में एक युवक मतियस कांडिर को शक था कि उसकी बड़ी मां बेरता कांडिर डायन है, इसलिए उसने उसी के घर से धारदार हथियार दाउली मांगकर उसकी हत्या कर शव को जोजोपीढ़ी के जंगल में फेंक दिया था। शनिवार 15 दिसंबर को बंदगांव थाना पुलिस ने बुजुर्ग महिला की लाश को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और हत्यारोपी मतियस कांडिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मृतका की बेटी मरियम कांडिर ने 12 दिसंबर को बंदगांव थाने में शिकायत दर्ज करवायी थी कि उसकी मां 55 वर्षीय बेरता कांडिर बुधवार 11 दिसंबर को बाजार गई थी और उसके बाद से घर लौटकर नहीं आयी है। मरियम कांडिर ने पुलिस को बताया कि अपनी तरफ से वह मां को हर जगह खोज चुकी है, मगर उसका कहीं पता नहीं चल पा रहा।
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इस जानकारी के साथ मरियम ने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि जिस दिन उसकी मां गायब हुई थी उसी दिन उसका चचेरा भाई मतियस उससे दाउली मांगकर ले गया था, और जब वह दाउसी वापस देकर गया तो उसमें खून लगा हुआ था। मरियम तो आशंका जतायी कि कहीं उसके चचेरे भाई ने ही उसकी मां का कत्ल न कर दिया हो, क्योंकि बुजुर्ग महिला का कुछ पता नहीं चल पा रहा था।
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मृतका बेरता कांडिर के गले और शरीर के अन्य हिस्सों पर गहरे जख्म के निशान पाये गये। पुलिस का कहना है कि सुनसान जंगल में हत्या करने के कारण कोई भी बुजुर्ग महिला की मदद नहीं कर पाया होगा। हत्यारे भतीजे के खिलाफ पुलिस ने बंदगांव थाना में कांड संख्या 22/19 में धारा 302 भादवि व 3/4 डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
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बुजुर्ग महिला के गायब होने की शिकायत बेटी मरियम द्वारा किये जाने के बाद पुलिस ने शुक्रवार 14 दिसंबर को मतियस कांडिर को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। पहले तो वह मुकरता रहा कि उसे अपनी बड़ी मां के बारे में कोई जानकारी नहीं है, मगर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने बताया कि उसी ने अपनी बड़ी मां का कत्ल किया है, क्योंकि वह डायन थी। मतियस कांडिर ने हत्या की बात कबूल करते हुए बताया कि उसने बड़ी मां की हत्या करने के बाद लाश को जोजोपीढ़ी के जंगल में फेंक दिया है। मतियस की निशानदेही पर शनिवार 15 दिसंबर को पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने हत्यारोपी मतियस को जेल भेज दिया है।
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पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद हत्यारोपी मतियस कांडिर ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी बेटी की मौत हो गई थी और उसकी पत्नी भी बीमार रहती है। उसे संदेह था कि उसकी बड़ी मां बेरता कांडिर डायन है और उसने ही जादू टोना कर उसकी बेटी की हत्या की है और उसकी पत्नी को बीमार कर रखा है और वह उसकी पत्नी की भी जान ले लेगी। पत्नी की जान न जाये इसलिए उसने अपनी बड़ी मां बेरता कांडिर की दाउली से काटकर हत्या कर दी।
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गौरतलब है कि झारखंड में बिसही-डायन के नाम पर अक्सर हत्याओं की खबरें आती रहती हैं। बंदगांव थानाक्षेत्र में एक हफ्ते के अंदर 3 महिलाओं को डायन के नाम पर मौत के घाट उतार दिया गया है। इसके अलावा डायन के नाम पर तरह—तरह के उत्पीड़न की खबरें भी यहां से आती रहती हैं। कभी किसी को मल खिलाने का मामला सामने आता है तो कभी किसी को नंगा करके घुमाये जाने का और कभी किसी की लिंचिंग का। विकास के तमाम दावों और वादों के बीच देश की हकीकत यह है कि यहां अभी भी देशभर में सैकड़ों लोग अंधविश्वास की भेंट चढ़ जाते हैं।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक एक साल के दौरान झारखंड में ही अंधविश्वास और जादू-टोना, डायन-बिसही के नाम पर 30 लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। यह तो वे आंकड़े हैं जो पुलिस में दर्ज हैं, जबकि हालात इससे कहीं बदतर हैं।
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