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बिहार चुनाव 2020

सुशांत सिंह राजपूत को चुनावों में ऐसे भुनायेगी भाजपा, पोस्टर में फोटो चिपका लिखा 'ना भूले हैं ना भूलने देंगे'

Janjwar Desk
6 Sep 2020 4:51 AM GMT
सुशांत सिंह राजपूत को चुनावों में ऐसे भुनायेगी भाजपा, पोस्टर में फोटो चिपका लिखा ना भूले हैं ना भूलने देंगे
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सुशांत सिंह राजपूत की तसवीर वाले स्टीकर व पोस्टर बिहार भाजपा द्वारा चुनाव के पहले बांटे जा रहे हैं। पार्टी ने इस मुद्दे पर राजनीति करने से इनकार किया और इसे बिहार के लोगों से जुड़ी भावना बताया...

जनज्वार। आखिरकार दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के नाम की एंट्री बिहार चुनाव में हो ही गई। वैसे इस बात के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत मामले को मुद्दा बनाने का निर्णय लिया है। भाजपा के बिहार प्रदेश कला संस्कृति प्रकोष्ठ ने इसके लिए पूरी रणनीति तैयार कर ली है और वह सुशांत के पोस्टर व मास्क तैयार कर जिलों, कस्बों व गांवों में बंटवाने का काम शुरू कर चुका है।

बिहार भाजपा के कला संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह ने कहा है कि 16 जून से ही इस अभियान की शुरुआत की गई है। अब इसमें सुशांत का फोटो व न भूले हैं न भूलने न देंगे का स्लोगन छपवाया गया है। मालूम हो कि सुशांत सिंह बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले थे और उनका परिवार पटना में रहता है। इस कारण देश के दूसरों हिस्सों सहित बिहार के लोगों का उनसे भावनात्मक जुड़ाव है। उनके आकस्मिक निधन ने इस जुड़ाव को और बढा दिया है, जिसे चुनाव में भाजपा भुनाने की कोशिश में लग गई है।

बिहार भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह ने कहा है कि वे एक कलाकार है और कलाकार से उनकी भावना जुड़ी है। उन्होंने कहा कि सुशांत की मौत से दो दिन बाद ही 16 जून से यह अभियान हमने शुरू किया था। उन्होंने कहा कि कहीं से यह राजनैतिक मामला है, यह हमारी भावना है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा है कि वे यह नहीं कह सकते हैं कि यह राजनैतिक मुद्दा बनेगा या नहीं। उन्होंने कहा कि सुशांत बिहार के बेटे थे और हम सबकी भावनाएं उनसे जुड़ी हैं। सुशांत का स्टीकर भाजपा के कई नेताओं की गाड़ी में भी चिपका हुआ दिख रहा है।

वरुण कुमार सिंह ने यह भी कहा है कि उन्होंने सबसे पहले इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग की थी और इसके लिए प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को पत्र भेजा था।


भाजपा के बिहार प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि कल एवं संस्कृति मंच ने सुशांत सिंह राजपूत की यादों को संजोने व जिंदा रखने के लिए कई कार्यक्रम तैयार किया है और यह स्वागतयोग्य पहल है। उन्होंने कहा है कि सुशांत के लिए हमारे कलाकारों की भावना को व्यक्त करने का यह अपना तरीका है, जिसे राजनैतिक रंग देना गलत है। ध्यान रहे कि पार्टी के कला संस्कृति प्रकोष्ठ में उस क्षेत्र से जुड़े लोग या उस ओर झुकाव रखने वालों को शामिल किया जाता है।

सुशांत की मौत के बाद भाजपा के नेता इस मामले की लगातार जांच करने की मांग करते रहे हैं और मुंबई पुलिस व महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार की कार्यपद्धति पर सवाल उठाते रहे हैं।


बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद से ही बिहार के कई राजनीतिक दल ऐक्टिव हो गए थे और लगातार इस मामले को एक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे थे, चूंकि सुशांत के बिहार का होने और कथित तौर पर नेपोटिज्म का शिकार होने के कारण बिहार के लोग इस मामले से भावनात्मक तौर पर जुड़े हुए हैं। मुंबई पुलिस की कार्यप्रणाली से लोगों में एक असंतोष की भावना भी उभर आई थी।

सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई नीरज सिंह बबलू बिहार से भाजपा के विधायक भी हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी। इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी मामले की जांच कर रही है। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे। इस मामले में उनके पिता केके सिंह ने दर्ज करायी गई शिकायत में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती को मुख्य आरोपी बनाया है।

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