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कोविड -19

बक्सर के बाद अब चंदौली की गंगा में तैरती मिलीं लाशें, सुविधाएं दुरुस्त करने की बजाय योगी बोले नदी में न फेंके शव

Janjwar Desk
13 May 2021 1:59 PM GMT
बक्सर के बाद अब चंदौली की गंगा में तैरती मिलीं लाशें, सुविधाएं दुरुस्त करने की बजाय योगी बोले नदी में न फेंके शव
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photo : social media

चंदौली के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के नेतृत्व में अफसरों की टीम गंगा घाट पर पहुंची है, बक्सर जिले के सभी पुलिस थानों को यह आदेश दे दिया गया है कि शवों की बरामदगी मामले में सभी कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाए....

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी में शवों का मिलना रुक नहीं रहा है। गुरुवार को वाराणसी के पास चंदौली जिले में कई शव गंगा नदी में तैरते मिले हैं। यूपी की सीमा से सटे बिहार के बक्सर जिले के चौसा में गंगा से अब तक 83 से जादा शव निकाले जा चुके हैं। वहीं यूपी की सीमा पर जाल लगा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक 8 से 10 लाशों को इस जाल के जरिए निकाला गया है।

इस बीच अलीगढ़ में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी शव को नदी में न डाला जाए। बल्कि धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार किया जाए। नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिये जानवरों तक के शव को नदियों में प्रवाहित करने की मनाही है। उन्होंने कहा कि एएमयू कोरोना संक्रमितों के इलाज में बेहतर काम कर रहा है, सरकार की ओर से पूरी मदद की जाएगी।

आज गुरुवार 13 मई की सुबह चंदौली के धानापुर थाना क्षेत्र के बड़ौरा घाट पर लोगों ने एक-एक कर कई शव देखे। इसकी सूचना जंगल में आग की तरह गांवों में फैली तो नदी किनारे लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस और प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी गई। आशंका जताई जा रही है अंतिम संस्कार का खर्च नहीं उठा पाने वालों ने शवों को गंगा में प्रवाहित कर दिया है।

चंदौली के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के नेतृत्व में अफसरों की टीम गंगा घाट पर पहुंची है। बक्सर जिले के सभी पुलिस थानों को यह आदेश दे दिया गया है कि शवों की बरामदगी मामले में सभी कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाए। गंगा से अज्ञात शव बरामद किए जाने के बाद भी उसका पोस्टमार्टम कराना होगा। वहीं मोटर वोट से पेट्र्रोंलग करनी है। वहीं जिला प्रशासन का भी पूरा प्रशासनिक अमला अलर्ट है।

गंगा में बहकर आ रहे शवों को जानवर नोचकर खा रहे हैं। बताया जा रहा है कि आज ही दो शव बह कर आए। एक शव नदी के किनारे था। वहीं दूसरा शव कुछ दूरी पर था। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कुछ लोग जिनकी मृत्यु होम आइसोलेशन में हुई है वे अपने शवों को दीघा की ओर से पानी में बहा दे रहे हैं।गंगा की पानी में करंट (धार) नहीं होने की वजह से शव किनारे आके लग जा रहे हैं।

कई शव तो ऐसे दिख रहे हैं जिसमे पीपीई किट के साथ बहा दिए गए हैं। इन शवों को देखकर गुलबी घाट या अन्य दूसरों घाट से इवनिंग वॉक करने आने वाले लोग देख रहे हैं। वीडियो बना रहे हैं। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई है। हालांकि कुछ नहीं हो रहा है। वहीं गंगा में शव फेकने से लोगों में नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं।

यहां के चौसा व चरित्रवन स्थित श्मशान घाटों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को तैनात कर पहरा बिठाया गया है। वहीं मोटर बोट से गश्ती के माध्यम से भी नजर रखी जा रही है। यही नहीं शव बरामदगी के बाद हुई किरकिरी को रोकने के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा गंगा में जाल भी लगाए गए हैं।

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