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कोविड -19

बाबा रामदेव ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई- डॉ. हर्षवर्धन

Janjwar Desk
23 May 2021 1:39 PM GMT
बाबा रामदेव ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई- डॉ. हर्षवर्धन
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(डैमेज कंट्रोल में जुटे डॉ हर्षवर्धन, बाबा रामदेव को पत्र लिखा)

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा कि संपूर्ण देशवासियों के लिए COVID19 के खिलाफ़ दिन-रात युद्धरत डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं...

जनज्वार डेस्क। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने एक बयान जारी कर कहा कि बाबा रामदेव के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर देशभर की भावनाओं को ठेस पहुंचाई। डॉ. हर्षवर्धन की ओर से यह डैमेज कंट्रोल तब देखने को मिला है जब एक दिन पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी। आईएमए ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बाबा रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा- 'संपूर्ण देशवासियों के लिए COVID19 के खिलाफ़ दिन-रात युद्धरत डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं। बाबा रामदेव जी के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर, देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई। मैंने उन्हें पत्र लिखकर अपना आपत्तिजनक वक्तव्य वापस लेने को कहा है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शनिवार 22 मई को सोशल मीडिया पर वायरल हुए योग गुरु रामदेव के वीडियो का जिक्र किया था जिसमें उन्होंने एलोपैथ को स्टुपिड और दिवालिया साइंस कहा है। आईएमए ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन से मांग की थी कि या तो इस आरोप को स्वीकार करें और आधुनिक चिकित्सा सुविधा को खत्म कर दें या फिर योग गुरू बाबा रामदेव के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज कर मुकदमा चलाएं।

आईएमए का कहना है कि भारत कोविड-19 महामारी का सामना कर रहा है और आधुनिक चिकित्सा पद्धति व भारत सरकार मिलकर लोगों की जिंदगियों को बचाने में जुटे हैं। इस संघर्ष में फ्रंटलाइन पर काम करने वालों ने अपनी जिंदगी का बलिदान दे दिया है। स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में रामदेव के वीडियो को लाते हुए आईएमए ने कहा था कि योगगुरु इसमें कह रहे हैं, 'एलोपैथ एक स्टुपिड और दिवालिया साइंस है। आईएमए ने रामदेव के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी।

आईएमए का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित योगगुरु होने के अलावा बाबा रामदेव एक फार्मास्युटिकल यूनिट के दिग्गज हैं। वह जनता को गुमराह करने के लिए अपनी कंपनी उत्पादों के बारे में कई बार झूठ बोलते देखे गए हैं। एसोसिशन ने आरोप लगाया कि रामदेव स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर लोगों में भय और निराशा की भावना पैदा कर रहे हैं।

एसोसिएशन ने कहा कि वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि वह अपनी अवैध और अस्वीकृत तथाकथित दवाएं बेच सकें और जनता की कीमत पर पैसा कमा सकें। आईएमए ने कहा कि रामदेव पर एलोपैथी डॉक्टरों की सलाह नहीं लेने का विश्वास दिलाने और कई लोगों के जीवन के लिए खतरा पैदा करने के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

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