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कोविड -19

MP के निवाड़ी में शादी में शामिल हुआ संक्रमित युवक, जांच के बाद 40 बाराती पॉजिटिव पूरा गांव बना छावनी

Janjwar Desk
6 May 2021 6:21 PM IST
MP के निवाड़ी में शादी में शामिल हुआ संक्रमित युवक, जांच के बाद 40 बाराती पॉजिटिव पूरा गांव बना छावनी
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युवक 29 अप्रैल को गांव के एक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुआ। इस दौरान उसने लोगों को भोजन परोसा और अगले दिन बरात में उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के भुचेरा गांव भी गया। यहां वह कई लोगों के संपर्क में आया, दूल्हा-दूल्हन के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं...

जनज्वार ब्यूरो। देश कोविड-19 के संक्रमण की दूसरी लहर से दो चार हो रहा है। हर कहीं हालात गंभीर बने हुए हैं। तो संकट के समय भी कुछ लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं, जिसका खामियाजा बाकी लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यहां निवाड़ी जिले में ऐसी ही लापरवाही का एक मामला सामने आया है। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित युवक एक विवाह समारोह में शामिल हुआ। बाद में लोगों की तबीयत बिगड़ने पर जांच कराई गई तो 60 में 40 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली जिसके बाद पूरे गांव को सील कर दिया गया है।

गौरतलब है कि राज्य में शादी में 10 लोगों को शामिल होने की ही अनुमति है। वहीं निवाड़ी जिले के लुहरगुवां गांव का रहने वाला अरुण मिश्रा जिसकी कोरोना रिपोर्ट 27 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। इसके बावजूद वह होम आइसोलेशन में नहीं गया। उलट इसके वह 29 अप्रैल को गांव के एक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुआ। इस दौरान उसने लोगों को भोजन परोसा और अगले दिन बरात में उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के भुचेरा गांव भी गया। यहां वह कई लोगों के संपर्क में आया, दूल्हा-दूल्हन के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।

समारोह के बाद गांव में कई लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। तबीयत बिगड़ने पर करीब 60 लोगों ने कोरोना जांच कराई जिनमें से लगभग 40 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस बात की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला कलेक्टर आशीष भार्गव ने गांव को सील करते हुए रेड जोन घोषित कर दिया है। इसके साथ ही गांव के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। लोग घरों से न निकलें यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को भी तैनात किया गया है। घटना के बाद आस-पास के गांवों में भय का माहौल बन गया है।

ऐसे नाजुक हालातों के बीच ऐसा मामला सामने आने के बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसमें युवक की गलती तो रही ही प्रशासन की गलती भी कम नहीं है। जिस युवक की वजह से लोगों में संक्रमण फैला उसने 24 अप्रैल को सैंपल दिया था। 27 को उसकी रिपोर्ट आई थी। इसके बाद भी युवक के बारे में प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी नहीं ली गई न ही उसे कोई दवा ही दी गई। मामले में निवाड़ी जिला कलेक्टर ने जांच का आदेश जारी किया है।

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