पाकिस्तान ने खोला पर्यटन क्षेत्र, वहां कोरोना संक्रमितों की ठीक होने के रफ्तार 95 फीसदी से ज्यादा
पाकिस्तान से हमजा अमीर की रिपोर्ट
इस्लामाबाद। इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के मामले में सफलता का दावा करते हुए पर्यटन क्षेत्र को फिर से खोल दिया है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की है कि इस कदम से देश में कोरोनावायस संक्रमण की 'खतरनाक दूसरी लहर' पैदा हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि पर्यटन स्थलों पर लोगों की आवाजाही और मुख्य रूप से देश के पहाड़ी उत्तरी क्षेत्र की ओर जाने वाले स्थानीय लोगों की वजह से कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में कोरोनावायरस के मामले 10,000 से नीचे आ गए हैं, जबकि ठीक होने वाले मरीजों की दर 95 प्रतिशत से अधिक हो गई है। हालांकि पर्यटन क्षेत्र के फिर से खुलने के साथ, वायरस के प्रसार में भारी वृद्धि की आशंका है।
देश के उत्तर-पश्चिम और उत्तरी क्षेत्रों में होटल और रिसॉर्ट के कम से कम 50 कर्मचारियों को कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी होटलों और रेस्तरां को तत्काल बंद कर दिया गया।
देश में जब से सरकार द्वारा पर्यटन पर प्रतिबंध हटा दिया गया है, तब से गर्मियों के मौसम के दौरान पर्यटकों के आकर्षण केंद्र उत्तरी गिलगित-बाल्टिस्तान की सुंदर घाटियां और कागन, नवाज, र्मुी, चित्राल, स्वात, डिर और अन्य स्थानों पर कम से कम 600,000 पर्यटकों की आमद देखी गई है, जो अलग-अलग हिस्सों से घूमने के लिए पहुंचे।
पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन (पीएमए) के महासचिव कैसर सज्जाद ने कहा, "पर्यटन को फिर से शुरू करने से देश में कोरोनोवायरस मामलों की एक और लहर पैदा हो सकती है, क्योंकि पर्यटकों की ओर से कोई सुरक्षात्मक सावधानियां नहीं बरती जा रही हैं।"
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार द्वारा पर्यटन को फिर से खोलने को लापरवाह कदम करार दिया है। गिलगित-बाल्टिस्तान विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी पर्यटकों के प्रवाह पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। अधिकारियों ने दावा किया कि खतरनाक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्यटकों ने किसी भी एसओपी का पालन नहीं किया है।
एक अधिकारी ने कहा, 'इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों में से केवल पांच प्रतिशत ने कोरोनावायरस परीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत की है। अधिकांश आगंतुकों ने खुले तौर पर एसओपी का उल्लंघन किया है।'
उन्होंने कहा, 'होटल के कर्मचारियों के बीच पॉजिटिव मामले दर्ज किए जाने के बाद, हमने पर्यटकों को ट्रैक करने की कोशिश की तो पाया कि अधिकांश पर्यटकों ने खुद को नकली नामों और गलत पते के साथ पंजीकृत किया था।'
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि सरकार कारोबार और पर्यटन को खोलने में जल्दबाजी कर रही है और जो कोविड-19 मामलों की संख्या में गिरावट देखी गई है, उसका ग्राफ फिर से बढ़ सकता है।