बिहार में कोरोना जांच को लेकर तेजस्वी और मंत्री आए आमने-सामने
पटना। बिहार में कोरोना जांच की संख्या भले ही लगातार बढ़ रही हो, लेकिन इसे लेकर अब विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय आमने-सामने आ गए हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को जहां कोवास मशीन के ऑर्डर को रद्द किए जाने पर सरकार को आड़े हाथों लिया, वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें जानकारी जुटाकर बयान देने की नसीहत दी।
तेजस्वी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोरोना को लेकर बिहार सरकार झूठे आंकड़े दिखा रही है और फर्जी दावे कर रही है। राज्य में कोरोना को लेकर क्या स्थिति है, इसकी सच्चाई जनता को नहीं बताई जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में एंटीजन टेस्ट कर आंकड़े बढ़ा दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने जून में कोबास मशीन का ऑर्डर किया था, फिर उसे रद्द कर दिया गया। बाद में बोले, विदेश से मंगवाएंगे।
तेजस्वी ने कहा, "बिहार सरकार ने 15 जून को कोबास मशीन ऑर्डर किया और 24 जून तक ऑर्डर कैंसिल भी कर दिया। जिस मशीन की क्षमता एक दिन में 36,000 टेस्ट करने की है, उसे आप नहीं मंगवा रहे हैं। शक है कि कहीं न कहीं कमीशन नहीं मिल पा रहा था मंत्री जी को।"
तेजस्वी ने मंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, "विदेश वाले मशीन पर ज्यादा कमीशन मिल रहा है क्या? पूरे स्वास्थ्य महकमे में भ्रष्टाचार और लूट मची है। बिना कमीशन किट भी उपलब्ध नहीं हो रहा है।"
उन्होंने कहा कि पांच महीने में सरकार कुछ नहीं कर सकी।
इधर, स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने विपक्ष के नेता तेजस्वी पर झूठ का आंकड़ा पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव गलत बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, "वे जानकारी तो रखते नहीं, लेकिन प्रतिदिन नया-नया शिगूफा छोड़ सरकार के कामकाज पर उंगली उठा, राज्य की जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।"
स्वास्थ्य मंत्री ने तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता को ज्ञानवर्धन करना चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि तेजस्वी देश और दुनिया की जानकारी लेकर बयान दिया करें तो, बेहतर होगा। पूरी दुनिया और संपूर्ण भारत में कोरोना मरीजों की पहचान बड़ी संख्या में रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से की जा रही है, जिससे जल्द से जल्द और अधिक से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की जा सके।