अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कैम्पस में पत्रकार के युवा एथलीट बेटे की गोली मारकर हत्या
अलीगढ़, जनज्वार। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कैम्पस के अंदर एक युवा एथलीट की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना गुरुवार 8 अक्टूबर को हुई। मृतक की पहचान एएमयू के पूर्व छात्र 20 वर्षीय सानू अब्बास के रूप में हुई है। वह कैम्पस के एथलेटिक्स ग्राउंड में अपने दो दोस्तों के साथ टहलने गया था। एएमयू सिक्योरिटी को उसके दोस्तों ने बताया कि 'सानू अब्बास की एथलेटिक्स ग्राउंड पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।"
सूचना मिलते ही एएमयू सुरक्षाकर्मी मैदान में पहुंच गए और प्रॉक्टर और पुलिस भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने सानू के दोनों दोस्तों को हिरासत में लिया है।
उन्होंने कहा, "वर्तमान में पुलिस ने उसके साथ आए दो युवकों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। सानू को सिर में गोली लगी थी और कथित तौर पर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।"
जानकारी के मुताबिक मूलरूप से क्वार्सी के जाकिर नगर गली नंबर दो निवासी चांद बाबू के 22 वर्षीय बेटे शानू अब्बास ने एएमयू से 11वीं की पढ़ाई की थी, मगर पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। पिता के अनुसार बृहस्पतिवार 8 अक्टूबर की दोपहर शानू घर पर ही था। इसी बीच उसका एक दोस्त उसे घर से बुलाकर ले गया और वे लोग एएमयू के एथलेटिक्स ग्राउंड पहुंचे। जहां शाम करीब 5 बजे शानू का जमालपुर निवासी ओसामा से किसी बात पर विवाद हो गया।
इस मामले में सामने यह भी आया है कि उसका स्थानीय लड़के ओसामा से किसी बात पर विवाद हुआ तो उसने थप्पड़ मार दिया। उस समय तो कुछ दोस्तों ने विवाद शांत करा दिया। इसी बीच शानू अपनी बाइक लेकर सिगरेट लेने गया तो तभी ओसामा ने शानू के पीछे से गर्दन पर तमंचा सटाकर गोली मार दी, जिससे शानू की मौके पर ही मौत हो गई।
इस मामले में एसपी सिटी अभिषेक ने कहा कि अभी तक की जांच में हत्या आपसी विवाद में होना माना जा रहा है। तहरीर का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस घटना पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्राक्टर प्रोफेसर वसीम अली का कहना है, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के परिसर में दो युवकों ने जीवनगढ़, जाकिर नगर गली नंबर 2 के रहने वाले युवक बाबा शानू उर्फ अब्बास को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। हमने घटना को अंजाम देकर भाग रहे युवकों को गश्त कर रही प्रॉक्टोरियल टीम की सहायता से पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंपी जा रहे हैं।
हालांकि, एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा कि सानू एएमयू या किसी संबद्ध कॉलेज का छात्र था या नहीं, यह रिकॉर्ड की जांच के बाद ही पता चलेगा। शानू के पिता लखनऊ से प्रकाशित एक उर्दू अखबार के स्थानीय संवाददाता हैं। पिता के अनुसार, उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा है कि उसके बेटे को क्यों मारा गया है। शानू उसके दो बेटों में सबसे बड़ा बेटा है।