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'10 हजार में परिवार चलाना हो गया मुश्किल, योगी-मोदी की दोहरी नीति से तंग आकर कर रहा हूं आत्महत्या' -सुसाइड नोट में शिक्षामित्र

Janjwar Desk
9 Sept 2022 4:57 PM IST
10 हजार में परिवार चलाना हो गया मुश्किल, योगी-मोदी की दोहरी नीति से तंग आकर कर रहा हूं आत्महत्या -सुसाइड नोट में शिक्षामित्र
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‘10 हजार में परिवार चलाना हो गया मुश्किल, योगी-मोदी की दोहरी नीति से तंग आकर कर रहा हूं आत्महत्या' -सुसाइड नोट में शिक्षामित्र 

Bijnor news : शिक्षामित्र कौशल सिंह की मौत के बाद पूरे स्कूल में शिक्षकों में मातम छा गया है, तो वहीं दूसरी तरफ घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। कौशल सिंह अपने पीछे 3 बच्चे छोड़ गये हैं....

Bijnor news : यूपी के बिजनौर जिला स्थित चांदपुर क्षेत्र में एक दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। इस घटना में प्राथमिक विद्यालय में तैनात एक शिक्षामित्र ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। शिक्षक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें आत्महत्या का कारण बताया है। नोट में लिखा है, 'मैं कौशल सिंह (शिक्षामित्र) प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर बेला में कार्यरत हूं। मैं आज योगी मोदी की दोहरी नीति से तंग आकर आत्महत्या कर रहा हूं। क्योंकि अल्प मानदेय 10,000 में अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर पा रहा हूं।'

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शिक्षामित्र का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक थाना चांदपुर क्षेत्र के गांव मिर्जापुर बेला में कौशल सिंह प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र के पद पर तैनात थे। शुक्रवार 9 सितंबर को शिक्षामित्र विद्यालय पढ़ाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन दोपहर में लगभग साढ़े 12 बजे के आसपास शिक्षामित्र कौशल सिंह चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव हरपुर रेलवे ट्रैक के पास पहुंचे और सामने से आ रही ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।

मृतक शिक्षक कौशल सिंह का सुसाइड नोट

शिक्षामित्र की मौत के बाद पूरे स्कूल में शिक्षकों में मातम छा गया है, तो वहीं दूसरी तरफ घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। कौशल सिंह अपने पीछे 3 बच्चे छोड़ गये हैं। उनका शव हरपुर फाटक के पास प्राप्त हुआ। मिर्जापुर बेला के मंगू सिंह के पुत्र कौशल सिंह अपने गांव के प्राथमिक विद्यालय मे 2004 से शिक्षा मित्र थे। सरकार की नीतियों के कारण घर के भरण पोषण में दिक्कत आने के बाद उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।

प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बिजनौर जिला अध्यक्ष अजयपाल सिंह कहते हैं, 'हमारे एक साथी शिक्षक ने आर्थिक किल्लतों के बाद आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाया है। हम योगी मोदी की सरकार से मांग करते हैं कि हमें सम्मानजनक मानदेय दिया जाये। सरकार अगर हमारा मानदेय बढ़ा नहीं सकती तो कम से कम पुराना मानदेय ही लागू कर दिया जाये, क्योंकि शिक्षामित्रों को मिलने 39000 रुपये की सेलरी को घटाकर 10 हजार कर दिया गया है और इतने में गुजारा करना असंभव है।'

कौशल सिंह के साथी शिक्षक बताते हैं, 'आज 9 सितंबर को जब सुबह कौशल सुबह स्कूल आये जहाँ से बाइक लेकर करीब के गांव हरपुर को निकल गये। फाटक के ही पास उनकी बाइक प्राप्त हुई है। सुबह गजरौला नजीबाबाद ट्रैन के सामने आकर उन्होंने सुसाइड किया था।' साथी शिक्षक कहते हैं, कौशल व्यवहार कुशल शिक्षक थे। उनकी मौत के बाद पूरा का पूरा विद्यालय शोकग्रस्त है।

इस घटना को लेकर एसपी देहात राम अर्ज ने बताया, ग्रामीणों से मिली सूचना पर पुलिस ने शिक्षामित्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुट गई है।

इस घटना को लेकर जनज्वार ने मृतक कौशल के परिवार के सदस्य बिजेंद्र से बात करने की कोशिश भी की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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