कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए मोदी सरकार ने रोका पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान
Oral Polio Vaccine File Photo.
जनज्वार। 16 जनवरी से शुरू होने वाले पहले चरण को कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए केंद्र सरकार ने पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को अगले आदेश तक के लिए रोक दिया है। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नौ जनवरी को सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 17, 18 व 19 जनवरी को देश भर में पल्स पोलिया टीकाकरण अभियान चलाया जाना था। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के इम्युनाइजेशन डिविजन के एडवाइजर (आरसीएच) डाॅ प्रदीप हलदर के नाम से नौ जनवरी को सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 17 जनवरी से शुरू होने वाला पोलियो टीकाकरण अभियान आकस्मिक गतिविधियों की वजह से रोका जा रहा है।
हालांकि इस पत्र में यह नहीं कहा गया है कि इसे कोविड19 टीकाकरण अभियान की वजह से रोका जा रहा है, लेकिन 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोरोना टीकारण की वजह से यह स्पष्ट है कि इसे उसी वजह से रोका गया है। पत्र में आकस्मिक गतिविधियां शब्द इसकी पुष्टि भी करते हैं। पत्र में पल्स पोलियो टीकाकरण को लेकर 19 नवंबर 2020 को लिखे गए पत्र का उल्लेख करते हुए इस अभियान को अगले आदेश तक रोकने की बात कही गयी है। सरकार को संभवतः पोलियो अभियान के लिए संसाधनों की कमी का आभाष हो इस वजह से उसने यह कदम उठाया है।
केंद्र सरकार ने कोरोना टीका के ट्रायल रन के बाद देश के एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका देने का अभियान शुरू किया जाना है। इसके अगले चरण में दो करोड़ फ्रंट लाइन वारियर्स जैसे पुलिस, सफाई कर्मी व अन्य को कोरोना टीका दिया जाना है। सरकार ने फिलहाल प्रथम चरण में तीन करोड़ लोगों को टीका देने की योजना बनायी है और स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन के अनुसार, जुलाई में अगले चरण के कोविड19 टीकाकरण के बारे में रणनीति तय की जाएगी।