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स्वास्थ्य

अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी ही नहीं हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक के खतरे को भी बढ़ा रहा है दिवाली के बाद बढ़ा प्रदूषण

Janjwar Desk
22 Oct 2025 4:14 PM IST
Delhi Pollution Updates: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केजरीवाल की हाई लेवल मीटिंग, जानें कितना है आज AQI लेवल
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Delhi Pollution Updates: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केजरीवाल की हाई लेवल मीटिंग, जानें कितना है आज AQI लेवल

वातावरण का प्रदूषण त्वचा पर एलर्जी, तनाव, सुनने की क्षमता में कमी और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली जैसी समस्याएं उत्पन्न कर रहा है...

जनस्वास्थ्य चिकित्सक डॉ. एके अरुण की टिप्पणी

Diwali and air pollution: इस बार भी दीपावली की रात देश में खूब पटाखे फोड़े गए।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार ने दिल्ली वालों को पटाखे जलाने की पूरी छूट दे रखी थी।दीपावली की रात दिल्ली में साँस लेने वाली हवा में भयानक जहर भरा था। स्वास्थ्य के लिए प्रदूषण के घातक प्रभावों में श्वसन संबंधी बीमारियां जैसे अस्थमा, हृदय रोग, कैंसर और मस्तिष्क से संबंधित समस्याएं शामिल हैं, जो वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण के कारण हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त यह त्वचा की एलर्जी, प्रजनन संबंधी समस्याएं और पारिस्थितिकी तंत्र पर हानिकारक प्रभाव डालता है। वायु प्रदूषण से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी जैसी बीमारियां हो रही हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई और फेफड़ों को नुकसान हो रहा है। प्रदूषण हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक के खतरे को भी बढ़ा रहा है।

लंबे समय तक प्रदूषित हवा के संपर्क में रहने से फेफड़ों और त्वचा का कैंसर हो रहा है। कुछ रसायनों के संपर्क में आने से प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और जन्म दोष हो रहे हैं।

वातावरण का प्रदूषण त्वचा पर एलर्जी, तनाव, सुनने की क्षमता में कमी और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली जैसी समस्याएं उत्पन्न कर रहा है।

पर्यावरण पर प्रभाव

अम्लीय वर्षा : जीवाश्म ईंधन से निकलने वाले सल्फर और नाइट्रोजन ऑक्साइड अम्लीय वर्षा का कारण बनते हैं, जो फसलों और जलीय जीवन को नष्ट कर सकती है।

जैव विविधता का नुकसान : मृदा और जल प्रदूषण जैव विविधता को नुकसान पहुंचाता है और खाद्य श्रृंखला को बाधित कर सकता है।

जलवायु परिवर्तन: वायु प्रदूषण ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन में योगदान देता है,जिसके परिणामस्वरूप समुद्र का स्तर बढ़ रहा है और बर्फ पिघल रही है।

ध्वनि और अन्य प्रदूषण : अत्यधिक शोर से तनाव, रक्तचाप में वृद्धि और सुनने की क्षमता में कमी हो सकती है।

मित्रो! सरकार को छोड़िये सेहत तो आपकी है। इसे तो बचाइए।

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